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IGMC में इंडोर टेस्ट बंद ! जयराम बोले- सुविधाओं पर ताला लगा रही सरकार
Indoor Tests Stopped in IGMC : नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (Leader of Opposition Jairam Thakur ) ने आईजीएमसी (IGMC) में इंडोर टेस्ट बंद करने के मामले पर सरकार को घेरा है। जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने पहले संस्थान तो बंद कर दिए अब सरकार सुविधाओं पर भी ताला लगाना चाह रही है।
निजी लैब्स के चक्कर काटने को मजबूर मरीज
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मीडिया (Media) से पता चल रहा है कि आईजीएमसी में अब इंडोर टेस्ट (Indoor Tests) बंद होने वाले हैं क्योंकि अस्पताल प्रशासन ने जांच में इस्तेमाल होने वाले रीजेंट्स का परचेज़ ऑर्डर ही नहीं दिया है। जिससे अस्पताल में भर्ती मरीज़ों की सामान्य से सामान्य जांच नहीं हो पाएगी। अस्पताल में भर्ती मरीज़ों (Patients) और उनके परिजनों को अब निजी लैब (Private Labs) से यह जांच करवाने के लिए भटकना पड़ेगा। अस्पताल (Hospital) में भर्ती अस्वस्थ्य व्यक्ति के लिए यह किसी आफ़त से कम नहीं है। इस तरह से बीमारी के समय में भी सुक्खू सरकार प्रदेश के लोगों को परेशान करने का प्रयास कर रही है। जिससे यह साफ़ है कि सुक्खू सरकार (Himachal Government) को प्रदेश के लोगों के सुख-दुःख से कोई मतलब नहीं हैं। यह सरकार पूरी तरह संवेदनहीन सरकार है।
मुख्यमंत्री अपनी सरकार बचाने में व्यस्त हैं और प्रदेश में क़ानून व्यवस्था एकदम जर्जर हो गई है।
पुलिस पर भी संगीन आरोप लग रहे हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण हैं। pic.twitter.com/n7UZiifrfg
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) June 15, 2024
सरकार का हर फ़ैसला जनविरोधी
जयराम ठाकुर (Former CM Jairam Thakur) ने कहा कि सत्ता संभालने के बाद से ही प्रदेश सरकार का लोगों से कोई लेना देना नहीं हैं। प्रदेश सरकार का हर फ़ैसला जनविरोधी और प्रदेश के लोगों को परेशानी देने वाला रहा है। सत्ता में आते ही डीज़ल के दाम बढ़ा देने से लेकर संस्थान बंद करने के फ़ैसले से सुक्खू सरकार की जनविरोधी मंशा साफ़ दिखी। सरकार ने प्रदेश के अस्पतालों (Hospitals) को भी नहीं बख्शा। पूर्व सरकार (BJP GOvernment) की जनहित योजनाओं को भी बंद करने या उनके बजट रोकने का भी काम किया। सुक्खू सरकार के निशाने पर स्वास्थ्य व्यवस्था भी रही। सत्ता में आने के बाद से लाखों लोगों के लिए लाइफ लाइन बनी हिमकेयर योजना (Himcare Scheme) का पैसा रोक दिया। जिससे लोगों का इलाज रुक गया। शेड्यूल हुए ऑपरेशन (Operations) रुक गए। लोगों की डायलिसिस (Dialysis) रुक गई। इसके बाद सरकार ने अस्पतालों में निःशुल्क जांच (Free Check-up) करने वाली कंपनियों का पैसा रोक दिया । बार-बार पेमेंट का रिमाइंडर देने के बाद कंपनियों ने अस्पतालों में जांच भी बंद कर दी, तब भी सुक्खू सरकार तमाशाई बनी रही। अब अस्पताल में बेड पर लेटे हज़ारों मरीज़ों की इंडोर जांच बंद करने का प्रयास किया जा रहा है।
बीमारी में सरकार ने छीना सहारा
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार (Himachal government) द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्था की जो उपेक्षा की जा रही है, वह दुःखद है। जब कोई भी व्यक्ति बीमार होता है उस समय उसे सहारे की सबसे ज़्यादा जरूरत होती है लेकिन वर्तमान सुक्खू सरकार (Himachal Congress) उन्हें भी परेशान करने से बाज़ नहीं आ रही है। जयराम ठाकुर ने कहा कि इस तरह से काम नहीं चलेगा, सरकार हर ज़रूरतमंद का सहारा होती है इसलिए वह लोगों की मदद करे उन्हें परेशान नहीं। भाजपा सुक्खू सरकार के जनविरोधी और मनमानी वाले फ़ैसलों का डटकर विरोध करेगी।
टेस्ट के लिए कतारों में लग रहे मरीज
गौर हो, राज्य के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी (IGMC) में इंडोर टेस्ट लैब लगभग बंद होने की कगार पर है। इस लैब में अब अस्पताल में दाखिल मरीजों का एचबी टेस्ट भी नहीं हो रहा। कंप्लीट ब्लड सेल्स (CBC) टेस्ट जैसे परीक्षण भी मरीजों को बाहर करवाने पड़ रहे हैं। उससे भी बड़ी बात यह है कि अस्पताल प्रबंधन (Hospital Administration) इस स्थिति पर बोलने को भी तैयार नहीं। दरअसल इंडोर टेस्ट लैब में अस्पताल में दाखिल मरीज की ब्लड टेस्ट आसानी से हो जाते हैं। इन्हें अपने बेड पर ही टेस्ट रिपोर्ट भी लगभग उसी दिन मिल जाती है, लेकिन अब मरीजों के परिजनों को प्राइवेट लैब क्रसना में कतार में लगना पड़ रहा है।इससे पहले भी मशीन खराब होने के कारण आईजीएमसी में टेस्ट बंद हो गए थे।
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