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Mukesh की दो टूक- Covid की आड़ में राशन की कटौती पर हाथ ना डाले सरकार
Last Updated on May 14, 2020 by Deepak
ऊना। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री (Leader of Opposition Mukesh Agnihotri) ने कहा कि प्रदेश सरकार कोविड की आड़ में राशन की कटौती पर हाथ ना डाले। यह आग से खेलने जैसा होगा। बिना देरी किए प्रदेश सरकार को अफसरशाही के इस फैसले को तुंरत वापस लेना चाहिए। मुकेश ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय वीरभद्र सिंह ने सस्ते राशन की योजना शुरू की थी। उस समय भी कुछ अफसर बीपीएल (BPL) व एपीएल (APL) में फर्क डालना चाहते थे, लेकिन मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति को दिखाते हुए वीरभद्र सिंह प्रदेश के हर नागरिक के लिए राशन की योजना शुरू की थी। अब फिर जयराम को अफसरशाही ने बरगला कर एपीएल के राशन पर डाका डालने जैसे काम किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में हर वर्ग के लिए राशन की योजना जारी रखनी चाहिए। इस पर ना तो टैक्स पेयर और ना ही एपीएल को लेकर सब्सिडी की कटौती होनी चाहिए।
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बिजली पर सेस लगाने का होगा विरोध
मुकेश ने कहा कि हिमाचल (Himachal) के हर नागरिक को राशन देना सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि सरकार को विभागीय खर्चे, गाड़ियों के खर्चे व अन्य खर्चों को कम करने का प्रस्ताव लाना चाहिए, ताकि हिमाचल में मजबूती के साथ कोविड-19 की लड़ाई लड़ सकें। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में दिशाहीन होकर सीएम ऐसे फैसले कर रहे हैं, जो जनता पर बोझ बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि शराब, पेट्रोल (Petrol) पर तो कोविड सेस तो समझ में आता है, लेकिन बिजली पर सेस लगाने की कवायद का विरोध होगा। मुकेश ने कहा कि जयराम सरकार जनता की नहीं सोच रही है, बल्कि अपनी आय को लेकर चिंता कर रही है।
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छोटे व्यापारी, बार्बर, ब्यूटी पार्लर, मोची व पुजारी को मिले आर्थिक पैकेज
उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर वर्ग ने सरकार के निर्णय में सहयोग किया है और आर्थिक मार झेली है, ऐसे में हिमाचल प्रदेश के छोटे व्यापारी, बार्बर, ब्यूटी पार्लर, मोची व पुजारी सहित अन्य वर्गों को एक मुश्त आर्थिक पैकेज (Economic Package) दिया जाना चाहिए, वहीं हिमाचल प्रदेश में सभी प्रकार के बिजली व पानी के बिल और स्कूलों की फीस माफ करने का निर्णय सरकार को करना चाहिए, जिसकी मांग कांग्रेस विधायक दल पहले भी कर चुका है। उन्होंने कहा कि उद्योगों, पर्यटन सहित सभी क्षेत्रों की मदद होनी चाहिए, लेकिन श्रम कानूनों का पालन होना चाहिए, जिसकी आड़ में मजदूर वर्ग के साथ धक्का सहन नहीं होगा। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग व बेरोजगारों के लिए सरकार को चिंता करनी होगी। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते प्रदेश में पत्रकारों पर जो गलत मामले बनाए गए हैं, उन्हें रद्द किया जाना चाहिए।
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मोदी से मांगे आर्थिक पैकेज
नेता प्रतिपक्ष मुकेश ने कहा कि प्रदेश के सीएम जितनी ऊर्जा विपक्ष को कोसने में लगा रहे है, उन्हें चाहिए कि वे ऐसी ही ऊर्जा पीएम मोदी से हिमाचल के लिए आर्थिक पैकेज मांगने में लगाए। उन्होंने कहा कि पहाड़ी प्रदेश के लिए एक मुश्त आर्थिक पैकेज यदि जयराम सरकार नहीं ला पाती है, तो यह बीजेपी सरकार की बड़ी विफलता होगी।