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नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार (Modi government) ने लोगों को पेट्रोल-डीजल (Petrol diesel) के खत्म होते भंडारों की चिंता से बचाने के लिए एक ऐसा तरीका खोज निकाला है जिससे आपके किचन में एक बार इस्तेमाल हो चुके कुकिंग आयल (Cooking oil) से आपकी कार चलेगी। आप जानते हैं कि एक बार इस्तेमाल हो चुके आयल को दोबारा से इस्तेमाल करने से सेहत संबंधी नुकसान होता है। ऐसे में सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (HPCL, BPCL, IOC) इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम अब यूज हो चुके कुकिंग ऑयल से बने बायोडीजल खरीदेंगी। ये कंपनियां बायोडीजल को 51 रुपए प्रति लीटर की तय दर से खरीदेंगी। दूसरे साल में उसे बढ़ाकर 52.7 रुपए और तीसरे साल में 54.5 रुपए प्रति लीटर कर दिया जाएगा।
इस कार्यक्रम के तहत कई कंपनियों ने बड़े शहरों में कुकिंग ऑयल से बने बायोडीजल को खरीदने के लिए 10 अगस्त से एक प्रोग्राम की शुरुआत की है। खाना पकाने के इस्तेमाल हो चुके कुकिंग ऑयल के इस्तेमाल से हाई ब्लड प्रेशर, एथेरोस्क्लेरोसिस, अल्जाइमर और लीवर से जुड़ी बीमारियों का खतरा होता है। सरकार ने शुरू की नई योजना- पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस पहल की शुरुआत कर दी है। अब यूज हुए कुकिंग ऑयल को जमा करने के लिए एक मोबाइल ऐप लॉन्च की गई है। इसके तहत होटल और रेस्टोरेंट में ऐसे स्टिकर लगाएं जाएंगे जिसमें लिखा होगा कि वे बायोडीजल बनाने के लिए इस्तेमाल हो चुके कुकिंग ऑयल की सप्लाई करते हैं।
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