-
Advertisement
Lok Sabha Election 2024: आपके लिए कितना जरूरी है वोटर आई कार्ड- यहां जानिए पूरी बात
Voter ID Card: नेशनल डेस्क। देश में 18 साल से अधिक आयु के लोगों के लिए मतदान (Vote) करना ना सिर्फ जरूरी है बल्कि ये उनका कर्तव्य भी है। मतदान से ही देश की दिशा और दशा तय होती है। मतदान के लिए वोटर आईडी कार्ड होना बेहद आवश्यक है। सही व्यक्ति के नाम सही वोटर आईडी कार्ड (Voter ID Card) होने से चुनाव (Election) में धोखाधड़ी कम की जा सकती है। आज देश में लगभग सभी के पास वोटर आईडी कार्ड है। 18 साल से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति वोटर आईडी कार्ड के लिए अप्लाई कर सकता है। ये केवल मतदान के लिए ही नहीं बल्कि दूसरी जगहों पर पहचान पत्र के तौर पर भी काम आता है।
वोटर आईडी कार्ड की कैसे हुई शुरुआत?
साल 1993 में चुनाव के दौरान फर्जी मतदान (Fake Voting) को रोकने के लिए वोटर आईडी कार्ड की शुरुआत हुई लेकिन इसे जारी करने का सुझाव 1957 में ही दे दिया गया था। कई तरह की मुश्किलों और भारी खर्च के बाद वोटर आई कार्ड मतदाताओं तक पहुंचाया गया। इलेक्शन कमीशन ने 1962 लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) पर अपनी रिपोर्ट में बताया कि 1957 में चुनाव के बाद ज्यादा आबादी वाले शहरी इलाकों के सभी वोटरों को वोटर आईडी कार्ड जारी करने का सुझाव दिया गया था। उस समय माना गया था कि वोटर आईडी कार्ड से मतदाता (Voters) की पहचान आसानी से की जा सकेगी। इसके बाद इस पर पायलट प्रोजेक्ट चलाया गया।
पायलट प्रोजेक्ट फेल हुआ
वोटर्स के लिए साल 1960 में फोटो पहचान पत्र जारी करने का पायलट प्रोजेक्ट (Pilot Project) चलाया गया। उस समय कलकत्ता लोकसभा के उपचुनाव का समय था हालांकि, ये प्रोजेक्ट सफल नहीं हो पाया। जानकारी के अनुसार, उस समय बड़ी संख्या में लोगों ने फोटो खिंचवाने से मना कर दिया और बहुत से वोटर्स मिले ही नहीं। इस तरह ये प्रोजेक्ट फेल हो गया।
इलेक्शन कमीशन (Election Commission) द्वारा प्रकाशित किताब ’Leap of Faith’ के अनुसार, लोक प्रतिनिधित्व (संशोधन) विधेयक, 1958 में फोटो पहचान पत्र जारी करने का प्रावधान किया गया था। भारत के पहले मुख्य चुनाव आयुक्त सुकुमार सेन के छोटे भाई और तत्कालीन कानून मंत्री अशोक कुमार सेन ने 27 नवंबर, 1958 को विधेयक संसद के निचले सदन में पेश किया। 30 दिसंबर, 1958 को यह विधेयक (Bill) कानून बन गया।
वोटर आईडी कार्ड का इलेक्ट्रिक वर्जन
इलेक्शन कमीशन ने साल 2021 में वोटर आईडी कार्ड का इलेक्ट्रिक वर्जन (Electronic Version) लांच किया। यह वोटर आईडी कार्ड का सुरक्षित PDF वर्जन है। वोटर आईडी के PDF वर्जन को भी आइडेंटिटी के साथ एड्रेस प्रूफ के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। इस डिजिटल आईडी प्रूफ को आसानी से एक्सेस करने के लिए मोबाइल फोन या डिजिलॉकर में स्टोर करके रखा जा सकता है। इसके बाद आपको पर्स में वोटर आईडी कार्ड लेकर कहीं जाने की जरूरत नहीं है। E-EPIC वोटर आईडी कार्ड भी उतना ही मान्य है जितना वोटर आईडी कार्ड की हार्ड कॉपी।