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#London: 60 लाख में नीलाम हुए महाराजा रणजीत सिंह की पत्नी के आभूषण
लंदन। पंजाब के महाराजा रणजीत सिंह (Maharaja Ranjit Singh) की अंतिम पत्नी महारानी जिंदन कौर (Maharani Jindan Kaur) के बेशकीमती आभूषणों की लंदन में नीलामी हुई। महारानी जिंदन कौर का चांद टीका समेत सोने, मोतियों और मणि से बने 3 दुर्लभ आभूषण 62,563 पाउंड (करीब 60.44 लाख रुपए) में नीलाम हुए हैं। इसके अलावा स्वर्ण मंदिर की 19वीं सदी की विशाल वॉटर कलर पेंटिंग 75,063 पाउंड (72.52 लाख रुपए) में बिकी। आभूषण और पेटिंग की अनुमानित कीमत 60,000-80,000 पाउंड थी। इस सप्ताह लंदन में आयोजित बोहमास इस्लामिक एंड इंडियन आर्ट सेल में इन आभूषणों को खरीदने के लिए कई दावेदार आए।
1848 में नेपाल जाने से पहले उन्हें जेल में डाल दिया गया था
बोनहैम्स ने कहा है कि जिन्दन कौर महाराजा रंजीत सिंह की एक मात्र जिंदा विधवा थीं। उन्होंने पंजाब में अंग्रेजों के खिलाफ बगावत की लेकिन बाद में उन्हें आत्मसमर्पण करने को मजबूर किया गया। लाहौर के विख्यात खजाने से 600 से ज्यादा उनके आभूषणों को जब्त कर लिया गया। 1848 में नेपाल जाने से पहले उन्हें जेल में डाल दिया गया था। नीलामी घर का मानना है कि इस सप्ताह बिक्री के लिए उपलब्ध आभूषण निश्चित तौर पर वे आभूषण हैं जो जिन्दन कौर को ब्रिटेन के अधिकारियों ने उन्हें लंदन में अपने बेटे दलीप सिंह के साथ रहने पर सहमति जताने के बाद सौंप गया था।
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नीलामीकर्ता फर्म के प्रमुख ऑलिवर व्हाइट के अनुसार महारानी जिंदन कौर के ये आभूषण ब्रिटिश सरकार ने उन्हें तब वापस लौटा दिए थे, जब उन्होंने अपने बेटे दुलीप सिंह के साथ लंदन में रहना कबूल कर लिया था। हालांकि युवराज दुलीप सिंह संयोग से लाहौर लौट गए थे, लेकिन उनकी बड़ी बेटी बांबा इंग्लैंड में ही रहीं, जहां वह जन्मी व पली-बढ़ीं। बांबा ने ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और अमेरिका के मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई की थी।