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खतरे में Uddhav Thackeray की कुर्सी, गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ने इस्तेमाल किया JB veto
Last Updated on April 30, 2020 by
मुंबई। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे संकट में हैं। वह विधानमंडल के सदस्य नहीं हैं, यहीं से उनकी सरकार संकट से घिर गई है। अगर उद्धव ठाकरे 28 मई तक विधानमंडल के सदस्य नहीं बनते हैं तो उन्हें सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ेगा। उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को विधान परिषद का सदस्य मनोनीत करने के लिए राज्य की कैबिनेट ने गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी से अपील की। सब कुछ गवर्नर के हाथ में है, वह जेबी वीटो (पॉकेट वीटो) का इस्तेमाल करते दिख रहे हैं। इस वीटो के तहत गवर्नर प्रस्ताव को अपने पास लंबित रखते हैं और उस पर कोई जवाब नहीं देते हैं।
कोश्यारी की ओर से कोई जवाब मिलता ना देखकर उद्धव ठाकरे ने पीएम नरेंद्र मोदी से भी बात की है। उद्धव ने पीएम मोदी से अनुरोध किया है कि इस समय प्रदेश सरकार पर कोई संकट ना आए। याद रहे कि उद्धव की निगाहें अप्रैल महीने में होने वाले विधान परिषद चुनाव पर थीं। कोरोना के कारण सभी प्रकार के चुनाव स्थगित कर दिए गए। ऐसे में वह उनके पास विधानमंडल का सदस्य बनने के लिए राज्य के मनोनयन वाली सीट ही बची है।