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नूरपुर। सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, बागवानी तथा सैनिक कल्याण मंत्री ठाकुर महेंद्र सिंह (Horticulture Minister Mahender Singh Thakur) ने कहा कि विश्व बैंक पोषित 1134 करोड़ रुपए की 7 वर्षीय बागवानी विकास परियोजना के अंतर्गत नूरपुर (Nurpur) क्षेत्र में आगामी बरसात के मौसम में 10000 संतरे के पौधे लगाए जाएंगे। यह बात महेंद्र सिंह ठाकुर ने नूरपुर में युद्ध स्मारक व विभिन्न उठाउ पेयजल परियोजनाओं के शिलान्यास (Foundation Stone) के बाद मैपल फार्म बौड़ में आयोजित कार्यक्रम में कही। सैनिक कल्याण मंत्री ने बताया कि युद्ध स्मारक के लिए नूरपुर में भूमि सैनिक कल्याण विभाग के नाम हस्तांतरित हो चुकी है तथा प्रदेश सरकार द्वारा इस के निर्माण के लिए 80 लाख रुपए की धनराशि का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि इस युद्ध स्मारक का निर्माण कार्य 1 वर्ष के भीतर पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने नूरपुर क्षेत्र की छूटी हुई आबादी के लिए 5 करोड़ 23 लाख 17 हज़ार रुपए की लागत से पूरी होने वाली दो जलापूर्ति योजनाओं के संवर्द्धन-निर्माण की आधारशिला रखी। यह योजनाएं क्षेत्र की 34 बस्तियों की 17000 से अधिक लोगों को लाभान्वित करेंगी। 340.08 लाख रुपए की उठाऊ पेयजल योजना रिट-चौकी-अघार-काथल-ग्योरा व थोड़ा के संवर्द्धन की भी आधारशिला रखी। यह योजना क्षेत्र की 30 बस्तियों के 12 हजार से अधिक लोगों को लाभान्वित करेगी। उन्होंने 183.09 लाख रुपए की लागत से बनने वाली जसूर खास-जाच्छ- छतरौली उठाऊ पेयजल योजना के निर्माण की आधारशिला रखी। यह योजना क्षेत्र की 4 वस्तियों की 5 हजार से अधिक आबादी को लाभान्वित करेगी। सिंचाई मंत्री ने इस अवसर पर सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य उपमंडल जसूर का भी शुभारंभ किया।
सिंचाई मंत्री ने कहा प्रदेश में ब्रिक्स फंडिंग के तहत सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के लिए 3330 करोड़ की योजना स्वीकृत हुई है। इसके तहत नूरपूर क्षेत्र में पहले चरण में 62 करोड़ रुपए व्यय किया जा रहे हैं। दूसरे चरण में करोड़ों रुपए के और कार्य किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि फिन्ना सिंह नहर के कार्य को पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा इस वर्ष 68 करोड़ रुपए की राशि जारी की गई है तथा इसके निर्माण कार्य को तेजगति के साथ पूरा किया जाएगा, जिसके लिए धन की कोई कमी नहीं रहेगी। इस अवसर पर विधायक राकेश पठानिया ने कहा कि वे नूरपुर विधानसभा क्षेत्र के विकास में जुटे हुए हैं तथा इस क्षेत्र के लिए अनेक परियोजनाएं लाने में कामयाब रहे हैं।
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