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पंचतत्व में विलीन हु्ए हंदवाड़ा मुठभेड़ में शहीद Major Anuj Sood, पत्नी बोली – शहादत पर गर्व, हमेशा साथ रहेंगे
Last Updated on May 5, 2020 by Deepak
चंडीगढ़। जम्मू-कश्मीर (J&K) के हंदवाड़ा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में शहीद मेजर अनुज सूद (Major Anuj Sood) आज पंचतत्व में विलीन हो गए। शहीद के अंतिम संस्कार के लिए चिन्हित स्थल पर केवल उनके पारिवारिक सदस्यों और रिश्तेदारों को ही आने की अनुमति प्रदान की गई। सभी को भी एक-दूसरे से उचित फासले पर बिठाया गया। श्मशान घाट में शहीद मेजर अनुज सूद के पिता ब्रिगेडियर के पद से सेवानिवृत्त सीके सूद, मां सुमन और पत्नी आकृति मौजूद रहे। शहीद को उनके मां-पिता ने नमन किया, वहीं पत्नी ने कहा कि उन्हें अनुज की शहादत पर गर्व है और वह हमेशा उनके साथ रहेंगे।
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शहीद मेजर का पार्थिव शरीर मंगलवार सुबह अमरावती एनक्लेव स्थित उनके निवास पर लाया गया। यहां अमरावती एनक्लेव रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान शमशेर शर्मा ने शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित करके श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उनका पार्थिव शरीर को मनीमाजरा स्थित श्मशान भूमि में ले जाया गया, जहां सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया।
इससे पहले सोमवार को शहीद मेजर का शव चंडीमंदिर स्थित कमांड अस्पताल पहुंचा। इसके बाद उन्हें चंडीगढ़ के 12 विंग एयरफोर्स लाया गया जहां उन्हें सैन्य अधिकारियों ने पुष्पांजलि अर्पित की
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गौर हो कि शहीद मेजर अनुज सूद (31) के ससुराल धर्मशाला (Dharamshala) के साथ लगते योल में हैं। साथ ही देहरा से भी उनका गहरा नाता था। शहीद मेजर अनुज सूद ने कर्नल कश्मीर सिंह की बेटी से डेढ़ साल पहले शादी की थी, जो धर्मशाला के नजदीक योल में रहते हैं। शादी पालमपुर के एक मैरिज पैलेस में हुई थी। अनुज सूद का हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में देहरा (Dehra) शहर से गहरा नाता रहा है। शहर के बीच कृष्णा निवास के नाम से उनका पुश्तैनी घर है। शहीद मेजर अनुज सूद के दादा सुरेंद्र सूद व दादी साधना सूद इसी घर में रहा करते थे। शहीद के पिता बिग्रेडियर (रि.) चंद्रकांत सूद व माता रागिनी सूद काफी समय पहले देहरा से पंचकूला स्थित नए घर में शिफ्ट हो गए थे, लेकिन अभी भी उनके परिवार के सदस्यों का देहरा से उतना ही लगाव है और वे अक्सर यहां आते रहते हैं।