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Train में जगह नहीं मिली तो जमा पूंजी से खरीदी Car और गाजियाबाद से पहुंच गए घर
Last Updated on June 2, 2020 by
पीपीगंज। कोविड-19 (Covid-19) के प्रकोप के बीच कैसी-कैसी सच्ची कहानियां सामने आ रही है, जो दूसरों के लिए मनोरंजन हो सकती है, लेकिन जिसके साथ बीतती है उससे पूछो तो पता चलेगा। ऐसा ही एक किस्सा सामने आया है, उत्तर प्रदेश के पीपीगंज क्षेत्र के कैथोलिया गांव के लल्लन का। लल्लन गाजियाबाद (Ghaziabad) में पेंट-पॉलिश का काम करता है। वह पत्नी के साथ वहीं रहता है, कोविड-19 के चलते लॉकडाउन (Lockdown) हो गया तो काम।काज भी ठप हो गया। इससे वहां काफी परेशानी होने लगा। किसी तरह 15 अप्रैल तक का वक्त काट लिया लेकिन उसके बाद स्थिति बदत्तर होने लगी।
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तीन दिन से कन्फर्म टिकट के लिए जूझ रहा था लल्लन
इस बीच तीन मई से श्रमिक स्पेशल ट्रेन (Shramik Special Train) शुरू होने की खबर आई तो लगातार तीन दिन के प्रयास के बाद भी जब ट्रेन में कन्फर्म बर्थ नहीं मिली तो उसे कार खरीदने की सूझी। उसने तीन साल में करीब दो लाख रूपए बैंक में जमा करवा रखे थे। घर जाने के लिए उसने सारा पैसा बैंक से निकाला और बाजार से डेढ़ लाख रूपए की सेंकेंड हैंड कार (Second Hand Car) खरीद ली। इसके बाद वहां से 31 मई को गोरखपुर (Gorakhpur) के लिए प्रस्थान कर गया। 14 घंटे की यात्रा के बाद अपने गांव रामपुर कैथोलिया पहुंच गया। यहां पहुंचने पर उसने अब निश्चय किया है कि कभी भी अपना गांव छोड़ कर कहीं नहीं जाउंगा। गोरखपुर में ही काम करुंगा।