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नई दिल्ली। बीजेपी सांसद मेनका गांधी (Maneka Gandhi) की एनजीओ (NGO) की वेबसाइट शुक्रवार को हैक (Website Hack) हो गई। हैकर्स ने खुद को ‘केरल साइबर वॉरियर्स’ (Kerala Cyber Warriors) बताते हुए लिखा, ‘मेनका ने हथिनी की दुखद मौत को गंदी राजनीति में खींचा।’ दरअसल, मेनका ने हथिनी की मौत पर कहा था, ‘मलप्पुरम भारत का सबसे हिंसक ज़िला है।’ हालांकि, बाद में खबर आई कि हथिनी की मौत पलक्कड में हुई। बता दें कि मलप्पुरम पर टिपण्णी करने के बाद से ही मेनका गांधी केरलवासियों के निशाने पर हैं। उन्होंने ट्वीट किया था कि किसी शिकारी या वन्यजीव हत्यारे के खिलाफ कभी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए वे ऐसा करते रहते हैं।
वहीं मेनका गांधी की एनजीओ की हैक हुई वेबसाइट पर प्रसारित संदेश में कहा गया है कि यह घटना पालक्कड जिले में हुई और हम सब जानते हैं कि आपने जानबूझकर मलप्पुरम जिले को इसमें घसीटा ताकि सांप्रदायिक रूप से प्रेरित झूठी जानकारी फैलाई जा सके। इसमें कहा गया है,आपका एजेंडा स्पष्ट है, जानवरों के लिए प्यार मुसलमानों के लिए नफरत से जुड़ा हुआ है। किसी व्यक्ति द्वारा विशेष रूप से एक भूतपूर्व मंत्री और एक लोकसभा सदस्य द्वारा गलत जानकारी फैलाना राष्ट्र के लिए वास्तविक खतरा है और स्वीकार्य नहीं है। मल्लपुरम में हिंदू और मुस्लिम के बीच का रिश्ता मजबूत है।
बता दें कि पीपुल्स फॉर एनिमल्स (पीएफए) की आधिकारिक वेबसाइट, बीजेपी सांसद मेनका गांधी द्वारा स्थापित एक पशु अधिकार एनजीओ की है। गौरतलब है कि केरल के मल्लपुरम में एक गर्भवती हथिनी की पानी में खड़े-खड़े मौत हो गई थी। मामला संज्ञान में तब आया, जब केरल के एक अधिकारी ने इस मामले की जानकारी सोशल मीडिया पर पोस्ट की। भूखी गर्भवती हथिनी खाने की तलाश में जंगल से भटक कर रिहायशी इलाके में पहुंच गई थी। हथिनी सड़क पर टहल रही थी, तभी किसी ने उसे पटाखे से भरा अनानास खिला दिया था, जिससे उसका मुंह फट गया था।
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