- Advertisement -
नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस( Republic Day) पर राजपथ पर होने वाली परेड देश ही नहीं दुनिया में भी आकर्षक का केंद्र रहती है। इस परेड के जरिए भारत पुरी दुनिया को अपनी ताकत दिखाता है। कोरोना काल( Corona era) के चलते इस बात गणतंत्र दिवस पर होने वाली परेड का स्वरूप कुछ अलग ही होगा। सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइंस के तहत ही इस समारोह का आयोजन होना है। पहले यह परेड विजय चौक से शुरु होकर लाल किले तक जाती थी लेकिन अब विजय चौक से शुरू होकर नेशनल स्टेडियम पर खत्म हो जाएगी। यानी इस साल की परेड आधे से कम दूरी में खत्म हो जाएगी।
परेड में हिस्सा लेने के लिए स्कूली बच्चों के लिए भी नियम तय किए गए हैं। 15 साल से कम उम्र के बच्चों को परेड में हिस्सा नहीं लेने दिया जाएगा। कोरोना को ध्यान में रखते हुए चिकित्सा और सैनिटाइजेशन( Sanitization)का पूरा बंदोबस्त किया जाएगा।इतना ही नहीं परेड में कोरोना के सोशल डिस्टेंसिंग( Social Distancing) के नियमों का भी पालन किया जाएगा। हर बार मार्चिग कंटिजेंट में 144 सैनिक होते थे लेकिन इस बार सिर्फ 96 शामिल होंगे। जो परेड 12/12 के साइज़ के कंटिजेंट में होती थी वहीं इस बार 8/12 का मार्चिंग कंटिंजेंट होगा। पहले तकरीबन एक लाख पंद्रह हज़ार लोग इस भव्य परेड को देखते थे लेकिन इस बार सिर्फ 25 हज़ार लोग ही परेड देख पाएंगे। आयोजन के दौरान कोरोना के सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा।
हर साल तकरीबन 32000 टिकट जारी किए जाते थे अब सिर्फ 7500 टिकट ही बेचे जाएंगे। परेड देखने के लिए स्कूल के बच्चों के लिए इस बार कोई आरक्षित घेरा नहीं होगा। वहीं, दिव्यांग बच्चों के लिए आरक्षित जगह पर 50 दिव्यांग वयस्कों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी।15 जनवरी को आर्मी डे परेड के बाद रिपब्लिक डे की रिहर्सल होगी। परेड में हिस्सा लेने वाले सभी सैनिको के लिए कोविड- बबल बनाया गया है यानी इन्हें जरूरी टेस्ट के बाद आइसोलेट किया गया है। कोविड प्रोटोकॉल का पूरा पालन किया जा रहा है।
- Advertisement -