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नई दिल्ली। दिल्ली हिंसा (Delhi violence) के विरोध में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) समेत कई नेता आज यानी गुरुवार को रांष्ट्रपति राम नाथ कोबिंद (President Ram Nath Kobind) को ज्ञापन देने पहुंचे। यहां प्रियंका गांधी वाड्रा, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, आनंद शर्मा, रणदीप सुरेजवाला समेत कई कांग्रेस नेता शामिल रहे। इन नेताओं ने राष्ट्रपति से मुलाकात कर गृह मंत्री अमित शाह को पद से हटाने की भी मांग की।
सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर दिल्ली हिंसा को अनदेखा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा- ‘गृह मंत्री और पुलिस हिंसा नहीं रोक सकी। दिल्ली और केंद्र सरकार ने हिंसा की अनदेखी की। हिंसा की वजह से अब तक 34 लोगों की मौत हुई, 200 से अधिक लोग घायल हैं। करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ। इस ज्ञापन में हिंसा के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग के साथ ही पीड़ितों को मदद मुहैया कराने की मांग की गई है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी और पार्टी के अन्य नेताओं ने दिल्ली हिंसा को लेकर राष्ट्रपति जी को ज्ञापन सौंपा।
सोनिया जी ने कहा कि पथराव और लोगों की हत्या के दौरान केन्द्र सरकार और दिल्ली सरकार मूक दर्शक बनी रही। pic.twitter.com/q6FzblXLWr
— Youth Congress (@IYC) February 27, 2020
इससे पहले कहा जा रहा था कि सभी नेता दिल्ली हिंसा के विरोध में विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकालने वाले हैं। बता दें, दिल्ली हिंसा में अब तक कुल 34 लोगों की जान जा चुकी है। गौर हो, दिल्ली में हुई हिंसा के विरोध में बुधवार को भी कांग्रेस (Congress) ने शांति मार्च निकाला था। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि गृहमंत्री अमित शाह को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। सोनिया गांधी ने भी दिल्ली हिंसा को सोची-समझी साजिश बताया था। उन्होंने कहा था- एक बीजेपी नेता ने पिछले रविवार को भी पुलिस को तीन दिन का अल्टीमेटम देते हुए भड़काऊ भाषण दिया था। गृह मंत्री शाह को इस्तीफा देना चाहिए।
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