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ऊना। माता श्री चिंतपूर्णी चैत्र नवरात्र मेला इस वर्ष 25 मार्च से 2 अप्रैल तक आयोजित होगा। यह जानकारी एडीसी ऊना अरिंदम चौधरी ने आज मेले के सफल आयोजन के लिए बचत भवन अंब में आयोजित बैठक (Meeting) की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि एसडीएम अंब मेला अधिकारी होंगे जबकि डीएसपी अंब को पुलिस मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है। मेले के दौरान कानून एवं व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पूरे मेला क्षेत्र को चार सेक्टर में बांटा जाएगा, जबकि 200 पुलिस व 200 होमगार्ड सहित 50 महिला आरक्षी पुलिस तथा होमगार्ड जवान तैनात किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान यातायात व्यवस्था (Traffic system) को सुचारू बनाए रखने के लिए माता के दर्शनों को आने वाली श्रद्धालुओं की स्पेशल बसों को भरवाईं में ही रोक दिया जाएगा, जबकि नियमित रूट की बसों को चिंतपूर्णी बस स्टैंड तक आने दिया जाएगा।
एडीसी (ADC) ने एसडीएम अंब को मेला शुरू होने से पांच दिन पूर्व दुकानदारों द्वारा मेले के दौरान अपनी दुकानों के बाहर अतिक्रमण न करने बारे प्रचार वाहन द्वारा प्रचार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि फिर भी कोई दुकानदार अपनी दुकान के बाहर अतिक्रमण करता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई किए जाए। अरिंदम चौधरी ने कहा कि दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नए बस स्टैंड के नजदीक बहुउद्देशीय भवन में दर्शन पर्ची उपलब्ध करवाई जाएगी और मेला अवधि के दौरान जेबकतरों इत्यादि पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। साथ ही आग की घटना से निपटने के लिए अग्रिशमन वाहन भी तैनात रहेंगे। मेले के दौरान प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
एडीसी ने बताया कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए जाने वाले नारियल के अतिरिक्त ढोल नगाड़े, लाउडस्पीकर व चिमटा इत्यादि बजाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेले के दौरान लंगर लगाने की अनुमति मंदिर कमेटी द्वारा निर्धारित शर्तों के अनुसार ही दी जाएगी। उन्होंने बताया कि पूरे मेला अवधि के दौरान लंगर लगाने के लिए 10 हजार रुपए जबकि एक दिन के लिए एक हजार रुपए फीस देनी होगी। इसके अलावा पांच हजार रिपए बतौर सिक्यूरिटी फीस जमा करवाने होंगे।
अरिंदम चौधरी ने कहा कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं को आपातकालीन चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित कराने को जहां चिंतपूर्णी व शीतला अस्पताल 24 घंटे अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे तो वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक आयुर्वैदिक व 3 ऐलोपैथिक चिकित्सा केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे। इन चिकित्सा केंद्रों में मंदिर न्यास की ओर से पर्याप्त दवाईयां मुहैया करवाई जाएंगी।
एडीसी ने मेले के दौरान श्रद्धालुओं को स्वच्छ व साफ-सुथरा पेयजल मुहैया करवाने के लिए जल शक्ति विभाग को पेयजल स्रोतों की समुचित साफ-सफाई व पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए। साथ ही इस दौरान साफ-सफाई सुनिश्चित बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों से मेले के सफल आयोजन के लिए अपना हरसंभव सहयोग प्रदान करने का आहवान किया। उन्होंने कहा कि मेला श्रद्धालुओं से ही होता है ऐसे में मां के दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिले इस दिशा में सभी विभाग अपनी बेहतर सेवाएं प्रदान करने का प्रयास करें।
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