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सुंदरनगर। प्रदेश में चल रहे आधा दर्जन के तकरीबन मेडिकल कॉलेजों में मैन पावर समेत मैस सर्व करने वाली कंपनियों के नए सिरे से ट्रेंडर कॉल किए जा रहे हैं। लेकिन, एकमात्र मंडी जिला के नेरचौक स्थित लाल बहादुर मेडिकल कॉलेज में अंदर खाते एक्सटेंशन (Extension) देने की तैयारियां की जा रही हैं। वह भी एक ऐसी फर्म को जिसे इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ एडवांस स्टडी (Indian Institute of Advanced Study) ने ब्लैक लिस्ट कर दिया हो। यह शब्द सुंदरनगर में दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक वर्ग एवं पूर्व जिला परिषद सदस्य चमन राही ने कहे।
उन्होंने कहा कि ब्लैक लिस्ट की गई कंपनी को मेडिकल कॉलेज, जोनल अस्पताल मंडी, सिविल अस्पताल सुंदरनगर समेत अन्य अस्पतालों व सरकारी विभागों में भी काम सौंपना समझ से परे है। उन्होंने कहा कि यह कंपनी कर्मचारियों का सीधे तौर पर शोषण कर रही है और प्रदेश सरकार (State Government) मूक दर्शक बनी हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में से नेरचौक मेडिकल की मैनपावर का काम देख रही ब्लैक लिस्ट फर्म (Blacklist company) का रेट भी सबसे ज्यादा है। जिसे वित्त विभाग के अधिकारी भी सरकार को अन्य फर्म को काम करने के लिए परामर्श कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि यह फर्जी फर्म सीधे तौर पर आउटसोर्स कर्मियों का शोषण कर रही है। उक्त कर्मियों को ईएसआई तक की सुविधा नहीं मिलती है। ईपीएफ समेत अन्य सुविधाएं समय पर न मिलने से सीधे तौर पर श्रम विभाग के कानून की अवहेलना की जा रही है। सफाई कर्मियों से वार्ड अटेंडेंट का काम लिया जा रहा है और वेतन सफाई कर्मी का ही दिया जा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस मसले की धरातल से जांच की जाए और किसी नई व कम रेट वाली फर्म को काम सौंपा जाए और इस मामले की सीआईडी या फिर विजिलेंस समेत किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच करवाने की मांग की है।
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