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लेखराज धरटा/शिमला। सरकारी स्कूलों में छात्रों को मिड डे मील और आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने आने वाले बच्चों को सेब और सेब (Apple) का जूस भी मिलेगा। एचपीएमसी (HPMC) की बीओडी की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। विभाग इसका प्रस्ताव तैयार कर सरकार को देगा। सरकार इसे कैबिनेट में रखेगी।
एचपीएमसी शिमला जिला के पराला में प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करेगी। पराला में बनी सब्जी मंडी में ही यह प्रोसेसिंग यूनिट बनाई जाएगी। निदेशक मंडल की बैठक में इस पर विस्तृत चर्चा की गई। एचपीएमसी (HPMC) ने तर्क दिया है कि प्रोसेसिंग के लिए लाए जाने वाले सेब को अच्छे रेट के साथ ढुलाई का खर्चा भी नहीं पड़ेगा।
बागवानों को बिचौलियों से बचाने व सेब के अच्छे दाम दिलाने के लिए एचपीएमसी नया प्रयास शुरू करने जा रहा है। एचपीएमसी (HPMC) उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश को खुद ही सेब बेचेगा। गुरुवार को हुई एचपीएमसी (HPMC) की निदेशक मंडल (BOD) की बैठक में यह निर्णय लिया गया है।
इन राज्यों के सीएम और बागवानी मंत्रियों को पत्र लिखकर उन्हें प्रदेश से सेब सीधे खरीदने का आग्रह किया जाएगा। एचपीएमसी (HPMC) इन राज्यों की मार्केटिंग कॉरपोरेशन से संपर्क साधेगा। निगम का तर्क है कि इससे प्रदेश के बागवानों को अच्छे रेट मिलेंगे।
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