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नई दिल्ली। मेघालय खदान में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन की तैयारी हो चुकी है। स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए केंद्र सरकार ने खनिकों को बचाने के लिए अतिरिक्त एनडीआरएफ की टीम को हाई पावर पंप समेत अन्य आधुनिक उपकरणों के साथ भेजने का फैसला लिया है। भारतीय वायुसेना ने भुवनेश्वर से गुवाहाटी के लिए एक विशेष एयरक्राफ्ट तैनात किया है। जो कि, एनडीआरएफ के जवानों और हाई पावर पंप समेत अन्य जरूरी उपकरणों के साथ भुवनेश्वर के लिए उड़ान भर चुका है।
मेघालय में कोयले की खदान में फंसे 15 लोगों को बचाने के लिए भारतीय वायुसेना ने शुक्रवार को भुवनेश्वर से गुवाहाटी के लिए एक विशेष एयरक्राफ्ट तैनात किया है। वायुसेना का विशेष एयरक्राफ्ट जयंतिया हिल्स जिले में स्थित खदान में दोपहर तक पहुंचेगा। यह एयरक्राफ्ट एनडीआरएफ की टीम और हाई पावर पंपों सहित अन्य उपकरणों को लेकर गुवाहाटी हवाई अड्डे पर उतरेगा। यहां से खदान के लिए 213 किलोमीटर की यात्रा करनी होगी।
वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि पास की एक नदी से खदान में लगातार पानी आ रहा है, जिससे वहां गोताखोरों का काम करना भी असुरक्षित हो गया है। हाई पावर पंप आने में बहुत देर हो चुकी है। लगभग आठ दिन पहले बचाव दल ने कम से कम 10 हाई पावर पंप देने की मांग की थी। इससे पहले एक निजी पंप निर्माता कंपनी की दो टीमें स्वेच्छा से गुरुवार को पानी निकासी के लिए साइट पर पहुंची थी। यहां पर श्रमिक 370 फुट अवैध खदान में फंसे हुए हैं।
एनडीआरएफ ने गुरुवार को मीडिया में आ रही उन खबरों का खंडन किया। जिसमें कहा जा रहा था कि खदान में फंसे मजदूरों की मौत होने का संदेह है। क्योंकि खदान में उतरे गोताखोरों ने दुर्गंध महसूस की थी। बता दें कि मेघालय की कोयला खदान में 13 दिसंबर से 15 मजदूर फंसे हुए हैं।
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