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मंडी। बर्ड फ्लू( Bird flu) के खौफ के बीच में ठंड बढ़ने के साथ ही शहर के साथ लगती ब्यास नदी में दर्जर्नों प्रवासी परिंदों ( Migrant birds)ने दस्तक दे दी है। साथ ही कुछ परिंदें यही पर डेरा डाले हुए हैं। इस मर्तबा बार हैडेड गूज और ग्रे लैग( Bar headed goose and gray lag) परिंदों ने पहली बार ब्यास नदी में डेरा डाला है। ये परिंदें पिछले 25 दिनों से शहर के साथ बह रही ब्यास नदी में विक्टोरिया पुल ( Victoria bridge)के पास मस्ती कर रहे हैं, जबकि इससे पहले ये पक्षी शाम ढलते ही आते थे और सुबह सूर्योदय के साथ ही अगले पड़ाव के लिए रवाना हो जाते थे। इसके अलावा कॉमन पोचार्ड और रैडी शैलडैक ( Common Pochard and Radi Shelladack)भी यहां पर तैराकी कर रहे हैं, लेकिन यह हर साल आने वाले प्रवासी परिंदे हैं।
पिछले पांच साल से मंडी में बर्डिंग कर रहे भगत राम ने बताया कि इस बार, हैडेड गूज और ग्रेलैग परिंदे लम्बे समय से यहीं रुके हुए हैं , जिसका एक बड़ा कारण प्रदूषण का कम होना भी हो सकता है। वहीं डीएफओ मंडी एसएस कश्यप ने बताया कि विदेशी परिंदे ब्यास, नलसर, रिवालसर व सुंदरनगर झील में आए हैं, इनमें कॉमन पोचार्ड, पिनटेल, शोवलर, कोरोमोरंट्स, कॉमन टिल व साइबेरियन शामिल हैं। इसके अलावा विदेशी परिंदों के आने के साथ ही वन विभाग अन्य विभागों के साथ मिलकर बर्ड फ्लू पर भी अपनी नजर रखे हुए है। डीएफओ सुरेंद्र कश्यप ने बताया कि मंडी में विदेशी परिंदों की सुरक्षा के लिए विभाग ने कुछ स्वयंसेवकों को तैनात किया है। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि किसी तरह का कोई भी पक्षी मरा हुआ मिलता है तो उसकी जानकारी शीघ्र ही विभाग को दें या फिर टोल फ्री नंबर 1077 पर जानकारी दें।
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