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Dr. Bindal को चैन नहीं, अब विधायक सिंघा ने विस में भर्तियों पर लपेटा
Last Updated on July 16, 2020 by Sintu Kumar
शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष के बाद प्रदेश अध्यक्ष बने डॉ राजीव बिंदल (Dr. Rajeev Bindal) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब माकपा के ठियोग के विधायक राकेश सिंघा ने डॉ बिंदल पर स्वास्थ्य घोटाले के साथ विधानसभा में हुई 6 भर्तियों में भी अनियमितता के आरोप लगाए हैं। सिंघा का आरोप है कि अक्टूबर, 2019 में विधानसभा में जो 6 पद भरे गए थे, उनमें भाई-भतीजावाद के आधार पर भर्तियां (Recruitments) की गई है। सबसे पहले तो नियमों को ताक पर रखकर लॉ ऑफिसर का नया पद सृजित किया गया। जबकि नियमों के आधार पर ऐसी भर्तियां नहीं की जा सकती। लॉ आफिसर के पद पर जिसे तैनाती दी गई है वो डॉ. बिंदल की नजदीकी रिश्तेदार की बेटी है।
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सिंघा ने कहा कि एस्टीस्टेंट लाइब्रेरियन के पद पर जिस महिला की भर्ती हुई है, वह डॉ. बिंदल के सोलन नगर परिषद के भर्ती वाले मामले से जुड़े एक व्यक्ति की पत्नी है। इसके अलावा जूनियर ट्रांसलेटर के 2 पदों में से एक उनके विधानसभा क्षेत्र सिरमौर से भर्ती हुई है जबकि इस पद पर दूसरी नियुक्ति बीजेपी (BJP) के बड़े नेता के रिश्तेदार की हुई है। सिंघा ने सवाल उठाया कि क्या इन पदों के लिए कोई और योग्य व्यक्ति नहीं थे जो अपने लोगों की ही भर्ती कर दी। उन्होंने इस सारे मामले की न्यायिक जांच की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि विजिलेंस की ओर से जितनी भी जांच आज तक हुई उनका कोई नतीजा नहीं निकल पाया। इसलिए उनका सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) से आग्रह है कि भर्ती से जुड़े सारे मामले की जांच करवाई जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके। सिंघा ने कहा कि उन्हें सूचना है कि सरकार स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले में भी लीपापोती कर सरकार डॉ बिंदल को क्लीन चिट देने की फ़िराक में है। इसलिए इस मामले की न्यायिक जांच हो ताकि सारी सच्चाई सामने आ सके।