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#Model ने पिरामिड के पास करवाया #Hot_Photoshoot, फोटोग्राफर गिरफ्तार
मॉडल्स नई-नई जगह पर फोटोशूट करवाती रहती हैं, लेकिन कई बार ये आसान नहीं होता। मिस्त्र में पुलिस ने हुसैन मोहम्मद नाम के फोटोग्राफर (Photographer) को गिरफ्तार किया है। इस फोटोग्राफर पर आरोप है कि इसने जोजर पिरामिड (Jojar pyramid) नाम के पुरातात्विक स्थल पर प्राचीन ड्रेस पहने एक मॉडल-की तस्वीरें खींची हैं। इस मॉडल ने इन तस्वीरों में फिरौन स्टायल प्राचीन ड्रेस को पहना हुआ था और लोकेशन के साथ ही साथ इस ड्रेस को लेकर भी प्रशासन को आपत्ति थी। इस फोटोशूट की लोकेशन का नाम सक्कारा नेक्रोपॉलिस है। ये जगह मिस्त्र की राजधानी काहिरा से तीस किलोमीटर दूर है। इस जगह को यूनेस्को ने वर्ल्ड हेरिटेज साइट के तौर पर भी नामित किया है।
मिस्त्र की फैशन मॉडल सलमा एल-शीमी (Salma el-shimi) ने जब ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर अपलोड कीं तो बवाल मच गया। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर सलमा के इस फोटोशूट की आलोचना की। वहीं कई ऐसे भी लोग थे जो ये जानने को उत्सुक दिखे कि क्या यहां नॉर्मल तस्वीरें क्लिक कराने की भी इजाजत है या नहीं। सलमा का कहना है कि उन्हें नहीं पता था कि पुरातात्विक स्थलों पर बिना परमिट के फोटोग्राफी की इजाजत नहीं है। सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी अफवाहें भी थीं कि सलमा को इस शूट के बाद गिरफ्तार भी कर लिया गया है। हालांकि ये सिर्फ अफवाह साबित हुई।
सलमा ने एक सरकारी अभियोजक के सामने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी और उन्होंने कहा कि इस फोटोशूट के सहारे उनका मिस्त्र में टूरिज्म को प्रमोट करने का इरादा था और उनका लोगों की भावनाओं को भड़काने का कोई इरादा नहीं था। इस मामले में पुरातत्व विभाग के सेक्रेटी जनरल डॉ मुस्तफा वजीरी का कहना है कि ये बेहद अपमानजनक तस्वीरें हैं और लोग अगर इतिहास, संस्कृति और स्मारकों को बचाने को लेकर अपनी जिम्मेदारी नहीं समझेंगे तो उन्हें सजा मिलेगी।
हालांकि सोशल मीडिया पर कई लोग ऐसे भी हैं जो इस मॉडल और फोटोग्राफर को सपोर्ट कर रहे हैं। सलमा के सपोर्ट में खड़े इन लोगों का कहना है कि मिस्त्र में अगर यही काम पुरुष करें तो उन्हें किसी भी तरह की परेशानी से नहीं गुजरना पड़ता है, लेकिन महिला होने के चलते सलमा और उनके फोटोग्राफर को इस तरह के भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है।