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इलाहाबाद पहुंच कर Kaif को क्यों लगा जैसे वो Amitabh Bachchan है, मामला जानने के लिए पढ़े
Last Updated on July 13, 2020 by saroj patrwal
क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्डस मैदान ( Lords Ground)पर 18 साल पहले मोहम्मद कैफ की पारी के दम पर टीम इंडिया ( Team India) ने फाइनल में इंग्लैंड को हराकर नेटवेस्ट ट्रॉफी( NatWest Trophy) पर अपना कब्जा जमाया था। इसी मैच पर युवराज ने 69 रनों की शानदार पारी भी खेली थी। मोहम्मद कैफ ने अपनी यादें ताजा करते हुए कहा कि सचिन के आउट होने के बाद हर किसी को लग रहा था कि मैच खत्म हो गया है। लेकिन युवराज व कैफ ने मिलकर मैच की बाजी ही पलट दी। इस जीत के हीरो मोहम्मद कैफ को ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया। कैफ का कहना है कि जब भारत ने इंग्लैंड पर ऐतिहासिक जीत हासिल करने के बाद अपने होमटाउन इलाहाबाद लौटे तो सड़क पर लोग फूल-मालाएं लेकर खड़े हुए थे। लोग नारे लगा रहे थे। मुझे ऐसा लगा जैसे मैं अमिताभ बच्चन हूं। कैफ कहना है कि जब वे छोटे थे तो उन्होंने अमिताभ बच्चन को चुनाव जीतने के बाद अपने गृह नगर इलाहाबाद में जीप में घूमते देखा था।
कैफ ने कहा कि इंग्लैंड पर ऐतिहासिक जीत के बाद जब मैं अपने होमटाउन इलाहाबाद लौटा तो मुझे भी खुली जीप पर ले जाया गया। घर का पांच-छह किलोमीटर का सफर तय करने में मुझे करीब तीन-चार घंटे का वक्त लगा। इस मैच में लक्ष्य का पीछा करते हुए गांगुली और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 106 रनों की साझेदारी की थी, लेकिन यहां से टीम अचानक से लड़खड़ा गई और 24 ओवरों में उसका स्कोर 146 रनों पर पांच विकेट हो गया। गांगुली के आउट होने के बाद भारत ने नियमित अंतराल पर सहवाग, दिनेश मोंगिया, राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर के विकेट खो दिए। यहां से कैफ और युवराज ने पारी को संभाला और दोनों ने मिलकर 106 गेंदों पर 121 रनों की साझेदारी की। दोनों ने भारत को वापस मैच में ला दिया और टीम इंडिया को जीत की दहलीज पर ले गए।