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Lockdown के बीच मोहम्मद शमी ने दिखाई दरियादिली; BCCI ने की तारीफ तो बोले- यह तो हमारा फर्ज था
Last Updated on June 2, 2020 by
नई दिल्ली। कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी के बीच प्रवासी मजदूरों की व्यथा से विचलित भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (Mohammad Shami) ने अपने घरों को लौट रहे इन प्रवासियों की मदद के लिए आगे आए हैं। जिसके बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भी क्रिकेटर मोहम्मद शमी की तारीफ की है। बता दें कि शमी ने अपने घरों को लौट रहे इन प्रवासियों को खाने के पैकेट और मास्क बांटना शुरू किया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के साहसपुर में अपने घर के पास गरीब प्रवासी मजदूरों के लिए खान-पान वितरण केंद्र बनाए हैं।
शुक्रिया बीसीसीआई, यह तो मेरा फर्ज था
Thank you ye to farz hai hamara 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
— 𝕸𝖔𝖍𝖆𝖒𝖒𝖆𝖉 𝖘𝖍𝖆𝖒𝖎 (@MdShami11) June 2, 2020
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने मंगलवार को एक वीडियो ट्वीट किया जिसमें शमी अपने घर के पास लोगों को जरूरत का सामान मुहैया करवा रहे हैं। शमी ने टैंट लगा रखा है जहां वह लोगों को भोजन और मास्क दे रहे हैं। वह बसों के यात्रियों को भी ये सामान दे रहे हैं। बोर्ड ने इसके साथ कैप्शन लिखा, ‘जब भारत कोरोना से लड़ रहा है मोहम्मद शमी आगे आकर लोगों की मदद कर रहे हैं। वह उत्तर प्रदेश में अपने घर सहसपुर के पास नैशनल हाईवे 24 पर लोगों को खाने के पैकेट और मास्क बांट रहे हैं। इस जंग में हम सब साथ हैं।’ वहीं बीसीसीआई के इस ट्वीट पर शमी ने भी रिएक्ट किया है। शमी ने शुक्रिया अदा करते हुए रिप्लाई किया- शुक्रिया बीसीसीआई, यह तो मेरा फर्ज था।
एक शख्स उनके फॉर्महाउस के दरवाजे पर आकर बेहोश हो गया था
इस समय शमी अपने गांव में हैं और लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहकर वीडियो और फोटो पोस्ट करते रहते हैं। कुछ दिन पहले युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) के साथ लाइव चैट में शमी ने कहा था कि जब मजदूर लोग पैदल ही अपने घर जाने लगे थे तो एक शख्स उनके फॉर्महाउस के दरवाजे पर आकर बेहोश हो गया था। शमी ने कहा कि फिर हमने उस शख्स को खाना खिलाया और और उसकी मदद की। शमी ने कहा कि वो शख्स बिहार जाने के लिए पैदल ही निकल पड़ा था। चैट सेशन में शमी ने खुलासा किया कि वो इस मुश्किल वक्त में गरीबों को चावल राशन के तौर पर दे रहे हैं।