- Advertisement -
नई दिल्ली। बंदरों के हमले देशभर में बढ़ रहे हैं। यहां तक कि पर्यावरणविद भी इससे परेशान हैं। बंदरों के एक झुंड पर 72 साल के एक बुजुर्ग की पत्थर मारकर हत्या की है। अब परिजन यह चाहते हैं कि असली अपराधी बंदरों के खिलाफ पुलिस एफआईआर दर्ज करे। अब पुलिस इस बात से परेशान है कि इसे सिर्फ हादसा माने या हत्या।
मामला यूपी के बागपत का है। वहां के टिकरी गांव में बंदरों के एक झुंड ने 72 वर्षीय बुजुर्ग को पत्थर मारे, जिससे उनकी मौत हो गई। बुजुर्ग धरमपाल सिंह हवन के लिए लकड़ी इकट्ठा करने गए थे। पुलिस के मुताबिक, धरपाल सिंह सूखी लकड़ी के टुकड़े इकट्ठा कर रहे थे जब बंदरों ने उनपर ईंटों की बारिश कर दी, जो उन्हें पास के इलाके से घिरे हुए मकान से मिले थे। सिर और छाती आई चोटों के बाद, बुजुर्ग की बाद में अस्पताल में मौत हो गई।
धरपाल सिंह के परिवार ने दर्ज शिकायत में बंदरों को आरोपियों का नाम दिया है। लेकिन पुलिस ने केस डायरी में इसे एक ‘दुर्घटना’ दर्शाया गया है। पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के लिए मौत का कारण पर्याप्त नहीं लगता।
- Advertisement -