- Advertisement -
शिमला। बीजेपी के कांगड़ा में होने वाले त्रिदेव सम्मेलन को पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों ने लंगड़ी मार दी है। सम्मेलन तो होगा पर पार्टी के शाह यानी अमित शाह नहीं आएंगे। अमित शाह की जगह पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं वित्त मंत्री अरुण जेटली त्रिदेव सम्मेलन में शिरकत करेंगे। इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा का भी त्रिदेव सम्मेलन में आना तय हो गया है। संगठन मंत्री राम लाल भी इस अवसर पर मौजूद रहेंगे। साथ ही पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल, सांसद शांता कुमार व बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती भी सम्मेलन में शिरकत करेंगे। यह जानकारी बीजेपी प्रदेश संगठन मंत्री पवन राणा ने दी है।
यह सम्मेलन सोलन की तर्ज पर कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र के लिए कांगड़ा के चंबी में होने जा रहा है। अमित शाह की टिकट आवंटन को लेकर दिल्ली में चल रही व्यस्तता ही उनके यहां आने में रोड़ा बनी है। 20 जनवरी को त्रिदेव सम्मेलन के नाम पर तैयारियां चल रही हैं। इसके माध्यम से बीजेपी सत्ताधारी कांग्रेस पर और हमलावर होगी और कांग्रेस के खिलाफ कैसे हमले बोलने हैं, इसके बारे में कार्यकर्ताओं को टिप्स दिए जाएंगे। चुनावी वर्ष में बीजेपी का यह त्रिदेव सम्मेलन काफी अहम माना जा रहा है। इस सम्मेलन में इस संसदीय हलके के बूथ पालक, बूथ अध्यक्ष और बूथ लेवल एजेंट हिस्सा लेंगे। पार्टी ने इन्हें त्रिदेव नाम दिया है। संगठन में सबसे अहम हिस्से में शुमार पोलिंग बूथ के कार्यकर्ताओं को तरजीह देते हुए पार्टी इनके बलबूते अपनी चुनावी नैया पार लगाएगी।
बीजेपी की रणनीति साफ है। पार्टी के बडे़ नेताओं से सीधी बात करवा के बीजेपी बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं को पूरी तरह सक्रिय करना चाहती है और जब निचले स्तर पर संगठन में कार्यकर्ता सक्रिय होंगे तो वे पार्टी को और सशक्त करेंगे। इस रणनीति पर कार्य करते हुए बीजेपी ने हर संसदीय हलके में त्रिदेव सम्मेलन करने का निर्णय लिया और इसकी शुरूआत शिमला संसदीय हलके के तहत सोलन में सम्मेलन से की थी। इस कड़ी में अब कांगड़ा संसदीय हलकों के कार्यकर्ताओं का सम्मेलन कांगड़ा के चंबी में बुलाया गया है। कांगड़ा के बाद बीजेपी हमीरपुर और मंडी संसदीय हलकों में ऐसे सम्मेलन करेगी।
- Advertisement -