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बाहरी राज्यों में फंसे एक लाख से अधिक Himachali लौटे घर, 60 हजार और आना चाहते हैं वापस
Last Updated on May 14, 2020 by Deepak
शिमला। देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए एक लाख से अधिक हिमाचलवासी (Himachali) राज्य में वापस लौट आए हैं और कोरोना वायरस के दृष्टिगत लगभग 60 हजार और लोगों ने राज्य में वापस आने की इच्छा जताई है। यह बात सीएम सीएम जयराम ठाकुर ने आज यहां मंडी और कुल्लू जिला के पंचायती राज संस्थानों के चुने हुए प्रतिनिधियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए कही। जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने रेड जोन (Red zone) से आने वाले लोगों को संस्थागत क्वारंटीन में रखने का निर्णय लिया है लेकिन ग्रीन व ऑरेंज जोन से आने वाले लोगों में भी कोरोना संक्रमण होने की संभावना हैं। ऐसे लोगों को होम क्वारंटीन में रखा जा रहा है, इसलिए यह जरूरी है कि नियमों का पालन करना सुनिश्चित किया जाए ताकि परिवार के अन्य लोग संक्रमण से बच सके।
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निगाह कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से लागू करने को कहा
सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) ने ग्राम पंचायतों के प्रधानों और अन्य लोकतांत्रिक संस्थाओं के चुने हुए प्रतिनिधियों से अपने-अपने क्षेत्रों में कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने तथा इससे निपटने के लिए उचित प्रबधंन करने का आह्वान किया है। उन्होंने राज्य में होम क्वारंटीन सुविधाओं के क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए आगे आने का आग्रह भी किया। सीएम ने पंचायत प्रधानों से आग्रह किया कि राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए निगाह कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से लागू करने में अपने पूरा सहयोग दें। यह कार्यक्रम उन लोगों के लिए शुरू किया गया है जिन्हें होम क्वारंटीन में रखा गया है ताकि वह होम क्वारंटीन का उल्लंघन न कर सके। पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि ऐसे परिवारों को सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए प्रेरित करने के लिए आगे आएं जहां पर परिवार के सदस्यों को होम क्वारंटीन में रखा गया है।
पंचायत प्रतिनिधियों को पहले होनी चाहिए आने वालों की सूचना
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जयराम ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों को उनके अपने संबंधित क्षेत्रों में देश के अन्य हिस्सों से आने वाले लोगों की सूचना पहले होनी चाहिए ताकि उस व्यक्ति के घर पहुंचने से पहले पृथीकरण आइसोलेशन (Separation isolation) के संबध में उचित कदम उठाए जा सके। सीएम ने प्रधानों से अपने-अपने क्षेत्रों में विभिन्न विकासात्मक कार्यों को प्रभावी ढंग से करने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इससे ना केवल यह सुनिश्चित होगा कि विकास की गति निर्बाध हो, साथ ही स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिलेगा। मनरेगा के अन्तर्गत कार्यों को प्रभावी ढंग से निष्पादित करने के लिए भी कदम उठाए जाने चाहिए क्योंकि सरकार ने इसके लिए पर्याप्त धन उपलब्ध करवाया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने समाज के हर वर्ग के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के वित्तीय पैकेज की घोषणा की है। यह आज़ादी के बाद का सबसे बड़ा आर्थिक पैकेज है, जो आर्थिक पुनरुत्थान और सभी के आर्थिक उत्थान की परिकल्पना करता है।
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ग्रामीण और पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने प्रधानों को कोरोना वायरस की जांच के लिए प्रदेश सरकार को पूरा सहयोग प्रदान करने के लिए धन्यवाद किया। जिला परिषद मंडी की अध्यक्षा सरला ठाकुर, कुल्लू जिला की ग्राम पंचायत नम्होग के प्रधान किशन चंद, मण्डी जिला की ग्राम पंचायत कैहड़ की प्रधान अंजना कुमारी, जिला परिषद कुल्लू के सदस्य हितेश्वर, ग्राम पंचायत खरगाह के प्रधान जय सिंह और अन्य प्रधानों ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए। मुख्य सचिव अनिल खाची, सचिव ग्रामीण विकास डॉ. आरएन बत्ता, निदेशक ग्रामीण विकास और पंचायती राज ललित जैन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।