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MP के प्रोटेम स्पीकर ने ममता को भेजी रामायण, कहा-जय श्रीराम बोलना सीखें
भोपाल। सुभाष चंद्र बोस जयंती (Subhash Chandra Bose Jayanti) पर कार्यक्रम के दौरान हुआ विवाद अभी थमने का नाम नहीं ले रहा। कार्यक्रम के दौरान पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) जैसे ही मंच पर बोलने के आई थी तो लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाना शुरू कर दिए थे। इसके बाद ममता बनर्जी ने भी गुस्से में आकर भाषण (Speech) देने से ही इनकार कर दिया था, लेकिन इस पर अब तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। अब मध्य प्रदेश विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा (MP Protem Speaker Rameshwar Sharma) ने पश्चिम बंगाल की सीएम को रामायण (Ramayana) की एक प्रति भेजी है।
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यही नहीं, रामेश्वर ने इसके साथ यह भी कहा है कि ममता को राम नाम के उद्धोष से नफरत है। उन्होंने कहा कि मेरी दीदी से प्रार्थना है कि जय श्रीराम बोलना सीखो। इसके साथ ही मध्य प्रदेश के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने एक ट्विट भी किया है, जिसमें उन्होंने लिखा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता दीदी को रामायण जी भेजी है उम्मीद है दीदी रामायण जी का पाठ करेंगी उनके चरित्र को समझेंगी और आगे से जय श्रीराम के नारों का विरोध नहीं करेंगी ।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता दीदी को रामायण जी भेजी है उम्मीद है दीदी रामायण जी का पाठ करेंगी उनके चरित्र को समझेंगी और आगे से जय श्रीराम के नारों का विरोध नही करेंगी . @MamataOfficial @KailashOnline @ANI @blsanthosh @KapilMishra_IND @TajinderBagga pic.twitter.com/eTYMLITrqH
— Rameshwar Sharma (@rameshwar4111) January 24, 2021
आपको बता दें कि कल घटे पूरे घटनाक्रम के बाद टीएमसी की सांसद नुसरत जहां ने भी ट्विट किया था। इसमें उन्होंने बीजेपी और उनके समर्थकों पर नारा साधते हुए लिखा था कि राम का नाम गले लगाके बोलें ना कि गला दबाके। मैं स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती समारोह की विरासत को मनाने के लिए सरकारी कार्यों में राजनीतिक और धार्मिक नारों की जोरदार निंदा करती हूं।
अब पूरा मामला और तूल पकड़ता जा रहा है। ममता बनर्जी को रामायण की प्रति भेजना के साथ ही रामेश्वर शर्मा ने कहा है कि ममता दीदी भगवान राम का नाम जपो। मैं आपको रामायण की एक पुस्तक भेज रहा हूं। रामायण को पढ़िए। उम्मीद करता हूं कि आपको सद्बुद्धि आएगी। जैसे पूरी दुनिया में प्रभु श्रीराम के भक्त हैं, आप भी रामायण पढ़कर उनकी भक्त हो जाएंगी और जय श्रीराम का नाम जपने लगेंगी।
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