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मुकेश अग्निहोत्री ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के सामने रखी ये मांग
शिमला। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री (Leader Of opposition Mukesh Agnihotri) ने तीनों सेनाओं के प्रमुख राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) के सामने हिमाचल रेजीमेंट (Himachal Regiment) बनाने की मांग रखी। उन्होंने विशेष सत्र के दौरान कहा कि हिमाचल देवभूमि के साथ वीरभूमि भी है।
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सोमनाथ शर्मा और विक्रम बत्रा का किया जिक्र
देश के पहले परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ से लेकर विक्रम बतरा और कई अन्य वीर सपूतों ने हिमाचल का मान बढ़ाया है। ऐसे में प्रदेश के लिए सेना में अलग से रेजिमेंट की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सेना में हिमाचल के योगदान को देखते हुए हिमाचल रेजिमेंट बनाने की आवश्यकता है।
धूमल ने उठाई थी हिमाचल रेजीमेंट की मांग
उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल ने भी यह मांग उठाई थी, लेकिन अभी तक इसका गठन नहीं हुआ है। इसके अलावा पर्यटन विकास के लिए हिमाचल में रेल और हवाई सेवा का विस्तार भी बहुत जरूरी है। इसके साथ ही विशेष सत्र के दौरान मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सूचना प्रसारण और खेल मंत्री भी हिमाचल से हैं, तो आगामी दिनों में हिमाचल का इन सब का लाभ जरूर मिलेगा।
इंदिरा, परमार और वीरभद्र को किया याद
इसके साथ ही विशेष सत्र के दौरान मुकेश अग्निहोत्री ने सेब के गिरते दामों का जिक्र किया। वहीं, केंद्र से हिमाचल के बागवानों को हितों में ध्यान में रखने की मांग की। वहीं, विदेशों से सेब आयात पर रोक लगाने और सरचार्ज ड्यूटी बढ़ाने की मांग भी की। इसके साथ ही स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर यशवंत सिंह परमार और इंदिरा गांधी के योगदान का जिक्र किया। इसके साथ ही कहा कि अगर हिमाचल में 68 विधानसभा सीट हैं तो यह वीरभद्र सिंह के प्रयासों की देन है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा देश की पहली पेपरलेस विधानसभा है। प्रदेश में जंगल कटान पर रोक है। इससे जंगल तो बचे हैं, लेकिन इसकी एवज में हिमाचल की जो मदद होनी चाहिए वह अभी तक नहीं हुई है। पंजाब के पुनर्गठन से पूर्व हिमाचल के जो पनविद्युत परियोजनाओं में अधिकार बनते हैं, वह प्रदेश को मिलना चाहिए।