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ऊना। हिमाचल सरकार नई पंचायतों के गठन का बहाना बनाकर पंचायती चुनाव (Panchayat Election) टालकर संवैधानिक संकट खड़ा करना चाहती है। यह आरोप नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री (Leader of Opposition Mukesh Agnihotri) ने आज जयराम सरकार पर लगाए हैं। मुकेश ने कहा कि नई पंचायतों का मतलब सिर्फ़ यह नहीं होता कि मंत्रिमंडल ने कह दिया तो अंतिम हो जाएगा, इसके लिए निर्धारित प्रक्रिया है, जो इतने कम समय में संभव ही नहीं है और यह बात सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) भली भांति जानते हैं क्योंकि वह खुद इस विभाग के मंत्री रह चुके हैं। उन्हें नई पंचायतों के गठन की संवैधानिक प्रक्रिया मालूम है।
नेता प्रतिप़क्ष ने कहा कि अगर कोई आड़ लेकर चुनाव टालने की कोशिश हुई तो कांग्रेस (Congress) पार्टी अदालत में जाएगी। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पहले कोरोना (Corona) के बहाने चुनाव टालने की कोशिश हुई और अब नई पंचायतों के बहाने। उन्होंने कहा कि नई पंचायतें बनाने की अगर सरकार की मंशा थी तो उसके लिए सारी ओपचारिकताएं पिछले साल से शुरू होनी चाहिए थीं। इस बारे बीते साल कैबिनट में मसौदा गया, जिसे बिना निर्णय के वापिस कर दिया गया। उन्होंने कहा कि एकाएक पंचायतें बनाने के फैसले से चुनाव कम से कम एक साल के लिए टलेंगे।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह सरकार यू टर्न (U-Turn) लेने के लिए मशहूर है। पंचायतें बनाने के लिए भी यही हो रहा है। उन्होंने कहा कि नई पंचायतों को लेकर अगर इस समय आपतियां और सुझाव मांगेंगे तो कब गेजेट नोटिफ़िकेशन होगी। हदबंदी, वार्डबंदी और रेज़र्वेशन रास्टर दोबारा बनेगा। सही मायनों में सरकार रोस्टर प्रभावित करना चाहती है। उन्होंने कहा कि सही समय पर पंचायतें बनती, लेकिन अब तो डीसी डिलिमिटेशन-हदबंदी की प्रक्रिया पूरी कर चुके है। बाउंड्रीज़ तय हो गई हैं, वोटर लिस्ट को अंतिम रूप दिया जा चुका है। ऐसे में अब जाकर जयराम सरकार जागी है।
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