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Municipal Corporation Shimla : शिमला। नगर निगम शिमला के चुनावों के लिए तैयार की गई मतदाता सूचियों पर बवाल थमता नजर नहीं आ रहा है। कांग्रेस, बीजेपी और माकपा ने इसमें बड़े पैमाने पर हुई गड़बड़ियों को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी से लेकर राज्य निर्वाचन आयुक्त के दरबार में दस्तक दी है, लेकिन गड़बड़ी हर दिन सामने आ रही है और अब नगर निगम शिमला की मासिक बैठक में भी यह मुद्दा गूंजा है। नगर निगम की मासिक बैठक में पार्षदों ने यह मुद्दा उठाया और मांग की कि मतदाता सूचियों में जो गड़बड़ी सामने आई है उसे दुरुस्त किया जाए।
नगर निगम के मेयर संजय चौहान की अध्यक्षता में हुई बैठक में पार्षदों ने मतदाता सूचियों में गड़बड़ियों का मामला उठाया। पार्षदों ने मामला उठाया कि उनके वार्ड में तो एक ही नाम कई पोलिंग बूथों में हैं और कुछ नाम तो दूसरे वार्डों से शामिल किए गए हैं। यही नहीं, मतदाता सूची में तो उन लोगों के नाम भी हैं जो अब इस दुनिया में ही नहीं हैं। पार्षदों ने फर्जी मतदाताओं के नाम शामिल किए जाने का भी मुद्दा उठाया और मांग की कि इस संबंध में नगर निगम को राज्य निर्वाचन आयोग को लिखना चाहिए और बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव पारित किया गया और मेयर संजय चौहान ने कहा कि वे ई-मेल और फैक्स के माध्यम से राज्य निर्वाचन आयुक्त और जिला निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन भेजेंगे। कांग्रेस पार्षद सुरेंद्र चौहान ने मतदाता सूचियों में गड़ूबड़ियों का मामला उठाते हुए कहा कि इसमें भारी कमियां हैं और इससे लोग भी परेशान हैं। मतदाता का पोलिंग बूथ कोई और है और उनका नाम किसी और बूथ में है। जो लोग वार्ड में नहीं रहते, उनके नाम भी मतदाता सूची में हैं। उन्होंने कहा कि जो शिकायतें मतदाताओं ने की थी उनकी की सुनवाई नहीं हुई और उस शिकायत का क्या हुआ किसी को कुछ पता नहीं है।
उधर, इसी दल के शशिशेखर चीनू ने कहा कि उनके वार्ड में कई फर्जी मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट में शामिल किए गए हैं। जिन मतदाताओं के नाम लिस्ट में हैं उनका नाम के सिवाय और कोई रिकॉर्ड उसमें नहीं हैं। उन्होंने कहा मतदाता सूची के बारे में डीसी से पूछने पर भी उन्हें कोई जवाब नहीं मिलता। कांग्रेस पार्षद सुशांत कपरेट ने यह मामला उठाते हुए कहा कि मतदाता सूचियों में बड़े पैमाने पर खामियां है और उसे ठीक किया जाना चाहिए। यहाी नहीं, अगर जरूरत पड़े तो नगर निगम को कोर्ट में भी जाना चाहिए। बीजेपी पार्षद शैलेन्द्र चौहान ने भी मुद्दा उठाया और कहा कि उनके वार्ड की सूची मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है। वार्ड के मतदाताओं के नाम दूसरे वार्ड में डाले गए हैं और कई लोगों के नाम उसमें से गायब थे, जबकि वे लोग कई सालों से यहां रह रहे हैं और पिछली सभी वोटर लिस्ट में उनका नाम था। बीजेपी पार्षद अनुप वैद्य ने कहा कि उनके वार्ड में मल्याणा और हाउसिंग बोर्ड कालोनी में रहने वाले लोगों के नाम डाले गए हैं। यही नहीं, जिन मतदाताओं के नाम शिफ्ट किए गए हैं,उनके पते मल्याणा के ही रखे गए हैं।
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