- Advertisement -
नई दिल्ली। पाकिस्तान में दोबारा सत्ता वापसी के लिए अमेरिका से मदद मांगते पूर्व तानाशाह मुशर्रफ का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में वे पाकिस्तान से दोबारा सत्ता हासिल करने के लिए अमेरिका से गुप्त समर्थन मांगते दिख रहे हैं। इसके साथ ही वह अमेरिकी सांसदों को यह बताते हुए सुनाई दे रहे हैं कि वह इस बात से शर्मिंदा थे कि आईएसआई का अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के ठिकाने का पता लगाने को लेकर उपेक्षापूर्ण रवैया रहा। हालांकि यह अभी साफ नहीं हुआ है कि यह वीडियो कब बनाया गया।
ये भी पढ़ें: पाक बेनकाब: मुशर्रफ की मोहब्बत है लश्कर, कश्मीर में भारतीय सेना को कुचलना ही मकसद
4/7 pic.twitter.com/Fh08ivTEp5
— Gul Bukhari (@GulBukhari) December 28, 2018
पाकिस्तान के प्रसिद्ध स्तंभकार गुल बुखारी द्वारा पोस्ट की गई इस वीडियो में यह भी दिख रहा है कि आत्म निर्वासित जीवन जी रहे पूर्व पाकिस्तानी राष्ट्रपति यह भी कह रहे हैं कि वे सोचते हैं कि आईएसआई की उपेक्षा ‘माफ करने लायक’ थी, क्योंकि 9/11 की घटना को लेकर सीआईए का व्यवहार भी इसी तरह उपेक्षापूर्ण था। पीटीआई के मुताबिक इस लीक वीडियो में मुशर्रफ अमेरिकी सांसदों से कह रहे हैं, ‘मैं बस यह कह रहा हूं कि मेरी पहले से विश्वसनीयता है। उन्होंने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए अमेरिका द्वारा दी गई धनराशि का इस्तेमाल गरीबी को 34 प्रतिशत से 17 प्रतिशत पर लाने के लिए किया। पहली वीडियो क्लिप में वह अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के कोरिडोर में चलते हुए दिख रहे हैं।
ये भी पढ़ें: भारत पर न्युक्लियर अटैक करना चाहता था पाकिस्तान
ऐसा लगता है कि यह वीडियो क्लिप 2012 की है। आपको बता दें कि जनरल (सेवानिवृत्त) मुशर्रफ 2001 से 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे। उन पर 2007 में पाकिस्तान के संविधान को भंग करने के लिए देशद्रोह का मुकदमा चल रहा है। उन्होंने महाभियोग से बचने के लिए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। बाद में सुरक्षा और स्वास्थ्य वजहों का हवाला देते हुए मुशर्रफ ने देश छोड़ दिया और वापस नहीं लौटे। मार्च 2016 से वे दुबई में रह रहे हैं।
- Advertisement -