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पांवटा। शिलाई उपमंडल का ग्राम नैनीधार पिछले 12 दिन से प्यासा है। यहां पर ट्रांसफार्मर जल जाने से पेयजल योजना ठप पड़ी हुई है, जिसकी वजह से ग्रामीणों को करीब दो किलोमीटर का रास्ता पार कर पानी लाना पड़ रहा है। इस योजना के अंतर्गत नैनीधार, शाखोली, झाकांडो, रास्त, लोजा- मानल और द्राबिल पांच गांव आते हैं, जोकि इस भीषण गर्मी में करीब दो हफ्तों से पीने के पानी तक के लिए तरस रहे हैं। ग्रामीणों द्वारा कई बार इसकी शिकायत विभागीय अधिकारियों से भी की गई है परंतु समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ।
इतना ही नहीं बीते 5 मई को सीएम जयराम ठाकुर के एक दिवसीय हरिपुरधार प्रवास के दौरान ग्रामीणों ने उन्हें भी इसकी शिकायत की थी। जिसके बाद सीएम ने तुरंत मौके पर ही अधिकारियों को जल्द पेयजल सुविधा दुरूसत करने के निर्देश दिये थे। परंतु बेपरवाह आईपीएच विभाग ने सीएम के भी आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए अभी तक इस मामले में कोई सुधार कार्य नहीं किया है। बहरहाल इस भीषण गर्मी में पीने के पानी के बिना ग्रामीणों का जीना मुश्किल हो गया है और साथ ही पशुओं सहित फसलों की सिंचाई को भी इसकी मार झेलनी पड़ रही है।
विभाग ने दिए कार्रवाई के आदेश
बता दें कि बीते वर्ष 7 सितंबर, 2017 को पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह ने शिलाई प्रवास के दौरान नैनीधार उठाऊ पेयजल योजना का उद्धघाटन किया था। जिसका लाभ यहां की पांच पंचायतों को मिल रहा था और यह योजना सुचारू रूप से चल रही थी। परंतु लापरवाह आईपीएच विभाग विभाग द्वारा इसमें त्रुटि आने पर अब इसकी कोई सुध नहीं ली जा रही है। इसके साथ ही पिछले दो हफ्तों से नैनीधार पंचायत में करीब दो हफ्ते पहले ट्रांसफार्मर जल जाने के कारण सभी गांव अंधेरे में डूब गए हैं। नैनीधार नवयुवक मंडल की टीम के सदस्यों पूरण ठाकुर, बलवीर ठाकुर, दलीप ठाकुर कल्याण ठाकुर,अमित ठाकुर, मदन चमेल अनिल भवान अशोक निक्का राम शाम सिंह सहित ने विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग भी की है। उधर इस बारे एससी आईपीएच जिला सिरमौर एसके धीमान ने बताया कि मामले में तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। जल्द ही विद्युत वुभाग सहित बात कर समस्या को हल कर सेवाओं को बहाल किया जाएगा।
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