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NASA ने रचा इतिहास : मंगल ग्रह पर उड़ाया हेलीकॉप्टर, जारी की वीडियो-फोटो
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने आज इतिहास रच दिया है। NASA ने पहली बार किसी दूसरे ग्रह (मंगल) पर हेलीकॉप्टर उड़ाया गया। इस हेलीकॉप्टर का नाम है इंजीन्यूटी हेलीकॉप्टर (Ingenuity Mars Helicopter)। पहले ये उड़ान 11 अप्रैल को होनी थी, लेकिन फिर इसकी डेट टालकर 14 अप्रैल, 2021 तय की गई लेकिन हेलीकॉप्टर की टेस्ट उड़ान के दौरान टाइमर सही से काम नहीं कर रहा था इसलिए उड़ान को फिर टाल दिया गया था। इसके बाद इसे दुरुस्त करके 19 अप्रैल की तारीख तय की गई।
It happened. Today our #MarsHelicopter proved that powered, controlled flight from the surface of another planet is possible. It takes a little ingenuity, perseverance, and spirit to make that opportunity a reality: https://t.co/oT3rrBm6wj pic.twitter.com/u63GKshp0G
— NASA (@NASA) April 19, 2021
इंजीन्यूटी हेलीकॉप्टर के ऑनबोर्ड कैमरे से कुछ तस्वीर ली गई हैं जो कि वायरल हो रही हैं। नीचे मंगल की सतह और हेलीकॉप्टर की परछाई दिख रही है। इसमें लगा वॉचडॉग टाइमर (Watchdog Timer) धरती से कमांड सही से नहीं ले रहा था। जिसकी वजह से फ्लाइट सीक्वेंस कमांड धीमी हो गई थी। इसलिए लाल घेरे में मार्स हेलीकॉप्टर मंगल की सतह से करीब 3 मीटर ऊपर उड़ते हुए दिखाई दे रहा है। यह तस्वीर मार्स पर्सिवरेंस रोवर ने दूर से ली है।
You wouldn’t believe what I just saw.
More images and video to come…#MarsHelicopterhttps://t.co/PLapgbHeZU pic.twitter.com/mbiOGx4tJZ
— NASA's Perseverance Mars Rover (@NASAPersevere) April 19, 2021
बता दें कि मार्स पर्सिवरेंस रोवर के पेट के नीचे कवर करके भेजा गया इंजीन्यूटी हेलीकॉप्टर 5 अप्रैल को मंगल ग्रह की सतह पर उतारा गया था। यह हेलीकॉप्टर मंगल ग्रह की सतह और वहां के वायुमंडल में रोटरक्राफ्ट टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा सकता है कि नहीं। 19 अप्रैल यानी आज की उड़ान एक प्रयोगिक उड़ान थी। इससे यह पता करना जरूरी था कि हम दूसरे ग्रह पर हेलीकॉप्टर उड़ा सकते हैं या नहीं। इंजीन्यूटी हेलीकॉप्टर को रोवर ने जमीन से चार इंच ऊपर छोड़ा।
"Wow!"
The @NASAJPL team is all cheers as they receive video data from the @NASAPersevere rover of the Ingenuity #MarsHelicopter flight: pic.twitter.com/8eH4H6jGKs
— NASA (@NASA) April 19, 2021
सतह पर हेलीकॉप्टर के गिरने के बाद रोवर आगे बढ़ गया। 1.8 किलोग्राम के इंजीन्यूटी हेलीकॉप्टर को पर्सिवरेंस रोवर को अपने नीचे पहियों के ऊपर पेट में एक कवर के अंदर सुरक्षित रखा था। 21 मार्च को यह कवर हटाया गया था। NASA ने ट्विटर हैंडल पर लिखा था कि जल्द ही इस रोवर के पेट से उड़ने वाला पक्षी निकलेगा। यह नए रास्ते खोलेगा। इंजीन्यूटी हेलीकॉप्टर के अंदर सौर ऊर्जा से चार्ज होने वाली बैटरी लगी है। इसके पंखों के ऊपर सोलर पैनल लगा है जो जितना गर्म होगा उतना बैटरी को ताकत मिलेगी। साथ ही हेलीकॉप्टर के अंदर एक गर्मी बनी रहेगी ताकि वह मंगल ग्रह के बदलते तापमान को बर्दाश्त कर सके। मंगल पर दिन में इस समय 7.22 डिग्री सेल्सियस तापमान है। जो रात में घटकर माइनस 90 डिग्री सेल्सियस तक जाता है।