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NASA ने दिया Challenge, पूरा करने वाले को 26 लाख रुपए का इनाम
अमेरिकी अंतरिक्ष एंजेंसी नासा (NASA) ने एक अनोखा चैलेंज दिया है और सबसे खास बात यह है कि जो चैलेंज पूरा करेगा उसे 26.08 लाख रुपए का इनाम (Prize) मिलेगा। चैलेंज ये है कि अंतरिक्ष और चांद पर जाने वाले एस्ट्रोनॉट्स के लिए टॉयलेट डिजाइन करना है, जो तीन डिजाइन बेस्ट होंगे उनमें ये राशि बांटी जाएगी। जिसका डिजाइन बेस्ट होगा उसे 15 लाख रुपए, दूसरे को 7.60 लाख और तीसरे 3.80 लाख रुपए का पुरस्कार मिलेगा। स्पेस या चांद पर एस्ट्रोनॉट्स (Astronauts) को टॉयलेट जाने के लिए अत्याधुनिक टॉयलेट की जरूरत पड़ेगी। ये टॉयलेट ऐसा हो जो हल्का हो और बेहतरीन रिसाइकिलिंग भी कर सके। अगर नासा का ये चैलेंज कोई पूरा करता है वह लाखों रुपए कमा सकता है। नासा को अपने अंतरिक्ष यात्रियों के लिए बाथरूम संबंधी समस्याओं के समाधान की जरूरत है। 1975 में जब अपोलो मिशन खत्म हुआ तब इंजीनियरों ने मलमूत्र विसर्जन को अंतरिक्ष यात्रा के लिए एक गंभीर चुनौती बताया था।
Lunar Loo challenge.@NASA calls on inventors to develop a new toilet that will work in space and in lunar gravity for a future Moon-lander spacecrafthttps://t.co/xrrhk4b2rK pic.twitter.com/wrGHyTQret
— AFP News Agency (@AFP) June 26, 2020
नासा 2024 में अपने आर्टेमिस मून मिशन (Artemis Moon Mission) के जरिए पहली बार किसी महिला को चांद पर भेजने वाला है। ऐसे में एक यूनीसेक्स टॉयलेट की जरूरत पड़ेगी। नासा के इस चैलेंज में डिजाइन भेजने की अंतिम तारीख 17 अगस्त है। इसका रिजल्ट अक्टूबर में जारी किया जाएगा। टॉयलेट ऐसा होना चाहिए जो माइक्रोग्रैविटी (अंतरिक्षीय गुरुत्वाकर्षण) और लूनर ग्रैविटी (चांद की गुरुत्व शक्ति) में काम करने लायक हो। इस टॉयलेट की जरूरत इसलिए है ताकि अंतरिक्ष यात्री ज्यादा समय तक स्पेस या चांद पर बिता सकें।
नासा ने चैलेंज को नाम दिया लूनर लू
माना जा रहा है कि नासा की योजना चांद पर एक बेस कैंप बनाने की है जहां लोग लंबे समय तक रह सकें। नासा ने इस चैलेंज को लूनर लू (Lunar lu) नाम दिया है। नासा ने अपने बयान में कहा है कि स्पेस टॉयलेट्स पहले से मौजूद हैं, उपयोग भी हो रहा है। नासा अर्टेमिस मिशन के तहत चांद से मंगल तक रिसर्च करेगा। इसके लिए नासा ह्यूमन लैंडिंग सिस्टम प्रोग्राम भी तैयार कर रहा है। नासा के विशेषज्ञ अपने व्यवसायिक साझेदारों के साथ मिल कर उनके ह्यूमन लैडिंग सिस्टम पर काम करेंगे।