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NASA के सोलर ऑर्बिटर ने सूरज के बेहद करीब जाकर ली तस्वीरें, देखकर Scientist भी हैरान
वैज्ञानिक चांद तक तो पहुंच गए हैं और सूरज के पास जाने का प्रयास भी कई साल से हो रहा है, लेकिन सूरज की तेज गर्मी के कारण ये संभव नहीं हो पाता। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और यूरोपियन स्पेस एजेंसी ने मिलकर एक सोलर ऑर्बिटर भेजा था, जिसने सूरज के बेहद नजदीक जाकर उसकी तस्वीरें ली हैं। नासा (NASA) ने दावा किया है कि ये तस्वीरें अब तक की सूरज के सबसे नजदीक की तस्वीरें हैं। सोलर ऑर्बिटर (Solar Orbiter) ने सूरज की ये तस्वीरें सूरज और धरती के ठीक बीच में जाकर ली हैं। अब इन तस्वीरों के जरिए नासा के वैज्ञानिक सूरज के बारे में अध्ययन कर रहे हैं।
#SolarOrbiter has made its first close pass by the Sun, studying our star and space with a comprehensive suite of instruments — and the data is already revealing previously unseen details. This is #TheSunUpClose. https://t.co/rVMjz45DoY pic.twitter.com/YLKBXRNQZb
— NASA Sun & Space (@NASASun) July 16, 2020
जानकारी के अनुसार नासा ने यह सोलर ऑर्बिटर इस साल फरवरी में लॉन्च किया था। नासा द्वारा जारी तस्वीरों (Pictures) में हर जगह आग जलती हुई दिख रही है। इन छोटे-छोटे आग के गोलों को कैंपफायर कहते हैं। नासा के सोलर ऑर्बिटर ने तस्वीर सूरज से 7.70 करोड़ किलोमीटर दूर से ली है। ये दूरी धरती और सूरज के बीच का लगभग आधा हिस्सा है। नासा का पार्कर सोलर प्रोब सौर ऑर्बिटर की तुलना में सूरज के बहुत करीब उड़ रहा है। यही कारण है कि सोलर ऑर्बिटर की नई तस्वीरों में पीले और गहरे धुएं के रंग की लहरों को दिखाया गया है।
Data from the Extreme Ultraviolet Imager reveals tiny “campfires” dotting the Sun’s surface — bright spots that may be related to nanoflares, which are one possible explanation for the incredible heating of the Sun’s outer atmosphere, the corona. pic.twitter.com/7WFiL6Yf4s
— NASA Sun & Space (@NASASun) July 16, 2020
सूर्य (Sun) की इतनी नजदीक और इतने छोटे पैमाने पर खींची गईं ये तस्वीरें काफी कीमती हैं। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के परियोजना वैज्ञानिक डैनियल मुलर ने कहा कि टीम को इन छोटे-छोटे भड़कने वाले विस्फोटों के नामों को रखने के लिए एक नई शब्दावली तैयार करनी थी। सूरज की इन तस्वीरों को कैप्चर करने वाले उपकरण के प्रमुख वैज्ञानिक और बेल्जियम के रॉयल ऑब्जर्वेटरी के डेविड बर्गमान्स ने कहा कि यह संभव नहीं है कि हमें इतनी अच्छी तस्वीरें मिली हैं।