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नई दिल्ली। बहुत देर काम करने या नीदं (sleep) आने पर उबासी आना आम बात है लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनकी उबासियों (herbs) का दौर सुबह से शाम तक चलता ही रहता है अगर आप भी ऐसी ही परेशानी से जूझ रहे हैं तो संभल जाएं क्योंकि ये किसी बीमारी (Disease) की तरफ भी इशारा हो सकता है। जानिए किस तरह से आप इन बीमारियों की पहचान कर सकते हैं।
लीवर में परेशानी : लीवर खराब होने की स्थिति में शरीर को बहुत ज्यादा थकावट होने लगती है। थकान महसूस होने पर उबासी आती है। ऐसे में जब भी आपको ज्यादा उबासी आने लगे तो अपने लीवर का चैकअप जरूर करवाएं।
थाइरॉयड की समस्या : इसके अलावा बार-बार उबासी आना हाईपोथाइरॉयड होने का संकेत भी हो सकता है। शरीर में थाइरॉयड हॉर्मोन कम बनने पर ऐसा होता है। लोग बार बार उबासी लेते रहते हैं।
ब्रेन स्टेम की परेशानी : ब्रेन स्टेम जख्म की वजह से ज्यादा उबासियां आने लगती हैं। पिट्यूटरी ग्लैंड दब जाने के कारण भी उबासी आती है। ऐसे में डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
हाई बल्ड प्रेशर : इसके अलावा तनाव के कारण बीपी बढ़ जाता है और धड़कनों की गति कम हो जाती हैं। ऐसा होने पर ऑक्सीजन ब्रेन तक नहीं पहुंच पाता। इस स्थिति में उबासी के जरिए शरीर में ऑक्सीजन पहुंचती है।
डायबिटीज की समस्या : ज्यादा उबासी आना डायबिटीज में हाइपोग्लाइसीमिया के शुरुआत का संकेत होता है। जब शरीर में ब्लड ग्लूकोस का स्तर कम हो जाता है तो उबासी आनी शुरू हो जाती है। ऐसे में अगर आप डायबिटीज के पेशेंट हैं तो तुरंत इसका इलाज करवाएं।
दिल और फेफड़ों की बीमारी : चिकित्सकों का मानना है कि दिल और फेफड़ों की बीमारियों के कारण भी ज्यादा उबासी आती है। जब दिल और फेफड़े सही काम नहीं करते हैं तो अस्थमा की परेशानी होने लगती है।
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