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नई दिल्ली। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के अध्यक्ष (DRDO chief) जी सतीश रेड्डी ने भारत के उपग्रह भेदी परीक्षण ‘मिशन शक्ति’ (Mission shakti) से जुड़ा एक नया खुलासा किया है। नासा द्वारा अंतरिक्ष में गंदगी फैलाने के आरोप पर यह बताने के बाद कि मिशन शक्ति का मलबा (debris) अंतरिक्ष में अगले 6 महीने में नष्ट हो जाएगा। इस मसले पर अब सतीश रेड्डी ने बताया है कि भारत की ओर से मार्च में किए गए उपग्रह भेदी परीक्षण से उत्पन्न हुआ अधिकतर मलबा नष्ट (destroyed) किया जा चुका है और जो थोड़े-बहुत मलबे बचे है उसे ‘कुछ समय’ में खत्म कर दिया जाएगा।
रेड्डी ने ‘इंस्टि्टयूट फॉर डिफेंस स्टाडीज एंड एनालिसिस’ (आईडीएसए) में ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए प्रोद्यौगिकी विषय पर व्याख्यान के बाद एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि लगातार जानकारी मिल रही है और उस पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं समझता कि यह कोई मसला है।’ उन्होंने आगे कहा कि यह बताना काफी मुश्किल है कि इसमें कितने दिन लगेंगे, लेकिन जैसा मैंने उस दिन कहा था कि यह कुछ हफ्तों में नष्ट हो जाएगा, अधिकतर मलबा नष्ट हो चुका है। गौरतलब है कि 27 मार्च को भारत के एंटी-सेटेलाइट मिसाइल (ए-सैट) ने अंतरिक्ष में एक-दूसरे सेटेलाइट को मार गिराया था। ए-सैट ने 300 किलोमीटर दूर अपना निशाना बनाया। इसी के साथ भारत उन देशों में शामिल हो गया जिनके पास ऐसी मारक क्षमता हासिल हो गई है।
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