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70% ज्यादा खतरनाक हो सकता है #Corona का नया रूप, जानिए इससे जुड़ी खास बातें
Last Updated on December 22, 2020 by
नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन के ट्रायल सफल होने और टीकाकराण शुरू होने की खबर से दुनियाभर में सालभर से परेशान लोगों ने राहत की सांस ली थी लेकिन अब एक और वायरस ने एंट्री मारी है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस (Corona virus) के नए स्ट्रेन के मामले सामने आ रहे हैं। ब्रिटेन (Britain) में कोरोना वायरस के एक नए प्रकार (स्ट्रेन) से संक्रमण की दर अचानक से बढ़ गई है। इसको देखते हुए वहां पर सख्त पाबंदियों के साथ लॉकडाउन लागू किया गया है। फिलहाल अचानक से बढ़ी कोरोना संक्रमण की दर के कारण दुनियाभर के कई देशों ने यूके (UK) के लिए उड़ानें रद्द कर दीं है जिनमें भारत में शामिल है।
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वैज्ञानिकों ने दिया VUI-202012/01 नाम
इस स्ट्रेन को लंदन में इसे स्पॉट किया गया। क्रिसमस की तैयारियों के बीच ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन (New strain) आसान भाषा में कहें तो नया रूप सामने आया है। आनन-फानन में ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने इमरजेंसी लॉकडाउन लागू कर दिया। नए खतरे ने सभी के दिमाग में नए सवाल भी खड़े कर दिए हैं। सवाल ये कि वायरस की बदली हुई स्ट्रेन पर कोरोना वैक्सीन कितनी इफेक्टिव रहेगी? इस मुद्दे पर विश्वभर के वैज्ञानिक शोध में जुट गए हैं। वैज्ञानिकों ने इसे VUI-202012/01 नाम दिया है। खुद पीएम जॉनसन ने आशंका जताई है कि वायरस का नया स्ट्रेन 70 प्रतिशत ज्यादा खतरनाक हो सकता है। हालांकि, अभी तक वैसे अभी तक वायरस की नई सीक्वेंसिंग हुई नहीं है और एक्सपर्ट इसे समझने की कोशिश ही कर रहे हैं। नए खतरे को भांपते हुए इतिहास में पहली बार क्रिसमस मनाने की भी छूट नहीं है।
म्यूटेट होने के बाद और खतरनाक हो जाता है वायरस
एक्सपर्ट्स की मानें तो किसी भी वायरस में लगातार म्यूटेशन (Mutations) होता रहता है। ज्यादातर वेरिएंट खुद ही म्यूटेट होने के बाद मर जाते हैं, लेकिन कभी-कभी वायरस म्यूटेट होने के बाद पहले से कई गुना ज्यादा मजबूत और खतरनाक होकर सामने आता है। ये प्रक्रिया इतनी जल्दी होती है कि वैज्ञानिकों को भी समझने और रिसर्च करने में समय लगता है और तब तक वायरस एक बड़ी आबादी को अपनी चपेट में ले चुका होता है। जैसा कि ब्रिटेन समेत कई देशों में दिख रहा है।
फिलहाल यह समझने की कोशिश की जा रही है कि क्या कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के Genome में बदलाव हुआ है या नहीं। अगर बदलाव होता है तो वैक्सीन के असरदार होने पर सवाल होगा। हालांकि, अभी तक कोरोना वायरस के जितने भी नए रूप मिले उनकी जीनोम संरचना में कोई बदलाव नहीं दिखा है। ब्रिटेन में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन पर AIIMS दिल्ली के कोरोना सेंटर हेड डॉ. राजेश मल्होत्रा के मुताबिक, जब से कोरोना वायरस आया है तब से 4 हज़ार बार म्यूटेट कर चुका है। ऐसे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी है। घबराने की नहीं लेकिन, सावधान रहने की जरूरत है। सभी लोगों को पहले से भी ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है।