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भीतरघात का घाव, कितना देगा दर्द
चार साल बाद हिमाचल में चुनावी समर अपने चरम पर है। मंडी, फतेहपुर, अर्की और जुब्बल कोटखाई उपचुनाव का बिगुल फूंका जा चूका है। बीजेपी के यह चुनावी समर सबसे कठिन है। 2022 की विधानसभा की राह बीजेपी के लिए तभी आसान होगी जब वह इस उपचुनाव में जीत का परचम लहराएगी, लेकिन उपचुनाव में जो भीतरघात बीजेपी में सामने आई है। वह सीएम जयराम के रथरात्रा के राह में कितने रोड़े अटकाएगी, यह तो 2 को ईवीएम खुलने के बाद ही पता चल पाएगा। कांग्रेस में भीतरघात जमकर खींचतान जारी है। फेतहपुर, अर्की , मंडी से विरोध के आवाज यहां से भी सुनाई दिए हैं।