-
Advertisement
विधानसभा मानसून सत्र का आगाज आज से : पक्ष-विपक्ष की तैयारियां पूरी, इन मसलों पर होगी चर्चा
शिमला। कोविड-19 के सख्त प्रोटोकॉल के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश विधानसभा (Himachal Pradesh Assembly) का 10 दिवसीय मानसून सत्र सोमवार यानी आज से शुरू होगा। 24 मार्च से लागू हुए देशव्यापाी लॉकडाउन के बाद राज्य विधानसभा का यह पहला सत्र होगा। राज्य की 13वीं विधानसभा का नौंवा सत्र सात से 18 सितंबर के बीच आयोजित होगा और इसकी 10 बैठकें होंगी। 68 सदस्यीय विधानसभा का सत्र सोमवार दोपहर दो बजे से शुरू होगा। विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि सत्र के दौरान विधानसभा परिसर में कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर पर्याप्त कदम उठाए गए हैं।इस सत्र की शुरूआत तीन दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि देकर की जाएगी। सत्र की शुरुआत में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, विधानसभा के पूर्व सदस्य चन्द्रवर्कर तथा राकेश वर्मा की मृत्यु पर सदन में शोक जताया जाएगा। 10 दिनों तक चलने वाले मानसून सत्र से हिमाचल की राजनीति का तापमान बढ्न तय है। इस बार सदन में कई अहम मुद्दों को उठाया जाएगा जिसपर सरकार की घेराबंदी का प्रयास विपक्ष करेगा, तो वहीं सत्तापक्ष पलटवार की कोशिश में रहेगा।
जानें किन मुद्दों पर होगी गरमागरम बहस
मिली जानकारी के मुताबिक विधानसभा के मौजूदा सत्र के लिए अभी तक 811 सवाल विधायकों द्वारा भेजे गए हैं। पहले दिन ही सदन में गर्माहट लाने के लिए राशन पर सबसिडी का मुद्दा उठने वाला है जिसका एक सवाल प्रश्रकाल में लगाया गया है। शुरूआत में ही राशन सबसिडी के इस सवाल से बीपीएल के कोटे का राशन खाने वाले लोगों का मुद्दा जोरदार तरीके से सदन में उठेगा यह तय है जिसकी रणनीति भी कांग्रेस ने बना रखी है। कांग्रेस की ओर से कर्मचारियों की राशन सबसिडी खत्म करने का सवाल पहले दिन की कार्यवाही में उठाया गया है। वहीं, इसके अलावा सदन में पहले दिन स्वास्थ्य संस्थाओं में रिक्तियों और प्रदेश में कोविड के हालातों पर जवाब मांगे जाएंगे। हालांकि, स्वास्थ्य महकमे की खामियों को उजागर करने वाले सवाल दागे गए हैं मगर इनके बहाने प्रदेश में कोविड की मौजूदा स्थिति और उसकी विफलताओं को उठाए जाने के पूरे आसार हैं।
यह भी पढ़ें: Big Breaking: हिमाचल सरकार ने बढ़ाई कंगना की सुरक्षा; बहन रंगोली ने किया था CM को फोन
इनके अलावा ट्रामा सेंटरों की खस्ताहाल व्यवस्थाओं, नाबार्ड, पीएमजीएसवाई व दूसरी महत्वपूर्ण योजनाओं में एफसीए के फंसे मसलों को विपक्ष के विधायक उठाने वाले हैं। वहीं शिक्षा विभाग में एसएमसी अध्यापकों की नियुक्तियों को लेकर अहम मसला भी उठाने की तैयारी है जिसपर अभी तक असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इसके साथ सेब पर लगे स्कैब रोग का मसला भी सदन में पहले दिन ही उठने वाला है जिसपर सरकार की घेराबंदी होगी। खेल विधेयक की मौजूदा स्थिति पर भी जवाब तलबी होगी जिसे लेकर सरकार ने पहले कई बड़े एलान किए हैं। वहीं एचपीएमसी में आउट सोर्स की भर्तियों का भी अहम मसला यहां पर उठाया जाने वाला है। पहले दिन सदन की कार्यवाही में विधायक रमेश धवाला चर्चा लेकर आ रहे हैं। रोजगार सृजन हेतु कृषि को बढ़ावा देने के संबंध में वह चर्चा करेंगे जिसपर सरकार बताएगी कि इसके लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
खाली रहेगी दर्शक दीर्घा; दूरी बनाए रखने के लिए किए गए ये उपाय
कोविड के कारण नेताओं व अफसरों में भय भी देखा जा रहा है। कुछ नेता व अधिकारी कोविड के शिकार हो चुके हैं। ऐसे में सदन के भीतर विधायकों की कुर्सियों के बीच में दूरी बनाए रखने के लिए पॉली फेब्रिक शीट भी लगाई गई है। साथ ही कोविड के नियमों की भी यहां पर अनुपालना सुनिश्चित की जाएगी। कोविड के चलते दर्शक दीर्घा को पूरी तरह से खाली रखा जा रहा है। इस बार दर्शकों को यहां पर आने की इजाजत नहीं है जिनके पास नहीं बनाए गए हैं। वहीं भीड़भाड़ ना हो इसके लिए भी विधानसभा परिसर में इंतजाम हैं। कम सं या में ही यहां पर कर्मचारी दिखेंगे।