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हिमाचल: मनरेगा कार्य में हो रहा था घोटाला, बीडीओ ने मौके पर जाकर बंद करवाया काम
हमीरपुर। हिमाचल के हमीरपुर जिला की ग्राम पंचायत सासन में मनरेगा (MNREGA) कार्य में बड़ी धांधली (Scam) सामने आई है। मनरेगा के तहत किए जा रहे मोक्षधाम के निर्माण जहां प्रवासी मजदूरों से करवाया जा रहा था। वहीं इसके उपयोग में लाई जा रही सामग्री की रिपोर्ट भी सही नहीं पाई गई है। जिससे पंचायत प्रधान की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में आ गई है। मामले पर कार्रवाई करते हुए बीडीओ हमीरपुर ने पंचायत सासन की प्रधान और सेक्रेटरी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। बताया जा रहा है कि ग्राम पंचायत सासन में पंचायत द्वारा मोक्षधाम का निर्माण करवाया जा रहा है। किसी व्यक्ति ने जिला परिषद उपाध्यक्ष नरेश कुमार दर्जी और बीडीओ हमीरपुर (BDO Hamirpur) को इस काम में हो रही धांधली की सूचना दी और जांच की मांग की। जिसके चलते जिला परिषद उपाध्यक्ष नरेश कुमार दर्जी और बीडीओ हमीरपुर मौके पर जांच करने पहुंचे।
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जांच में पाया गया कि मनरेगा के तहत बनाए जा रहे मोक्षधाम का निर्माण मनरेगा मजदूरों से ना करवाकर प्रवासी मजदूरों (Migrant Workers) से करवाया जा रहा है, जिन्हें इस निर्माण का ठेका दिया गया है। जांच के बाद बीडीओ हमीरपुर ने तुरंत प्रभाव से इस काम को बंद करवा दिया है। वहीं इस निर्माण का पहला मस्टरोल 22 सितंबर, 2022 और दूसरा मस्टरोल 5 अक्टूबर, 2022 का पूरी तरह से खाली पाया गया। बताया जा रहा है कि मौके पर लगाई गई लेवर ने सिर्फ अभी तक एक ही दिन काम किया था और उनकी लेवर छह हजार रुपए बताई गई है। जबकि कागजों में पहले से ही 35210 की रकम भरी जा चुकी थी। इसके आलावा अन्य सामग्री भी कागजों में 32410 की दिखाई गई है, लेकिन मौके पर कोई भी सामग्री नहीं पाई गई है। जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि इस मामले में बड़ा घोटाला हो रहा है।
पंचायत प्रधान के पति के नाम पर मस्टरोल
जांच करने पर यह बात भी सामने आई है कि सासन पंचायत प्रधान ने मस्टरोल में अपने पति का नाम डाला था, जबकि वह मौके पर काम करते हुए नही पाया गया। जब पुराने मस्टरोल चेक किए तो उसमें भी पंचायत प्रधान ने अपने पति का ही नाम ही मस्टरोल में डाला था। ऐसे में यह अनुमान सहज ही लगाया जा रहा है कि पिछले किए हुए कार्यों में भी सरकारी पैसे का जमकर दुरुपयोग हुआ है। लोगों ने सभी कार्यों की जांच की मांग की है और गलत कार्य करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
क्या कहते हैं अधिकारी
बीडीओ हमीरपुर अभिनीत कात्यायन ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें मनरेगा कार्य में घोटाले की शिकायत मिली थी। जिसके चलते मौके पर जांच की गई। जांच करने पर शिकायत सही पाई गई है। इस मामले में पंचायत प्रधान और पंचायत सेक्रेटरी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। उनका जवाब आने के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।