-
Advertisement
बीजेपी ने Sukhu से पूछा, कहां है Spice Park – नादौन पहुंचने वाली Train कहां रुक गई
नादौन। हमीरपुर मेडिकल कॉलेज की स्थापना को लेकर नादौन बीजेपी मंडल ने कांग्रेस विधायक सुखविंद्र सिंह सुक्खू (Sukhvindra Singh Sukhu) और उनके समर्थकों पर झूठा प्रचार करने का आरोप जड़ा है। मंडल बीजेपी (Mandal BJP) ने कहा कि सुक्खू व उनके समर्थक हमीरपुर मेडिकल कॉलेज (Hamirpur Medical College) की स्थापना को कांग्रेस की उपलब्धि बताते फिर रहे हैं जबकि सच्चाई इसके उल्ट है। मंडल अध्यक्ष ठाकुर हरदयाल सिंह, महामंत्री पवन शर्मा, राजिंदर ठाकुर, उपाध्यक्ष ओमा चंद, मीडिया प्रभारी अजमेल वर्मा, दविंदर निक्कू, महिला मोर्चा की अध्यक्षा कमलेश कुमारी, किसान मोर्चा के अध्यक्ष विपिन कुमार, बीडीसी चेयरमैन विनोद पठानिया, सरवन सिंह, पूर्व मंडल अध्यक्ष ठाकुर भवानी सिंह, प्रदेश बीजेपी युवा मोर्चा आईटी विभाग के सहसंयोजक निशांत शर्मा, अनिता गर्ग, जिला परिषद सदस्य बिहारी लाल शर्मा, उपाध्यक्ष जिला परिषद चन्दू लाल चौधरी, आदि ने कहा कि विधायक सुक्खू ये दावा करते हैं कि उन्होंने वर्ष 2013 में यूपीए की सरकार से हमीरपुर के लिए मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति दिलवाई थी।
यह भी पढ़ें: Covid-19 संक्रमण रोकने के प्रबंधों और योजनाओं की विस अध्यक्ष और मंत्री करेंगे समीक्षा
यह स्वीकृति ठीक वैसी ही थी, जैसी उन्होंने वर्ष 2005 में नादौन क्षेत्र के लिए स्पाइस पार्क के लिए करवाई थी और वर्ष 2012 में तत्कालीन रेल मंत्री पवन बंसल से नादौन को रेल लाइन की स्वीकृति करवाई थी। सुक्खू को यह बताना चाहिए कि उनके द्वारा 15 साल पहले स्वीकृत करवाया गया स्पाइस पार्क (Spice Park) आज किस जगह पर है और नादौन पंहुचने वाली ट्रेन (Train) कहां रुक गई। बीजेपी नेताओं ने कहा कि वर्ष 2013 में सुक्खू ने जो मेडिकल कॉलेज स्वीकृत करवाया था उसकी हकीकत सिर्फ इतनी है कि वर्ष 2017 तक प्रदेश में कांग्रेस सरकार (Congress govt) होते हुए और खुद उस पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष रहते सुक्खू एक पैसे का काम तक नहीं करवा पाए। क्योंकि वो मेडिकल कॉलेज महज एक शगूफा था और उससे ज़्यादा कुछ था ही नहीं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने हमीरपुर के लिए मेडिकल कॉलेज की स्थापना को स्वीकृति प्रदान की जिसका श्रेय तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को जाता है। बीजेपी नेताओं ने क्षेत्र के विधायक और उनके समर्थकों को इस तरह की झूठी वाहवाही से बचने की नसीहत देते हुए कहा है कि लोकतंत्र में झूठ ज़्यादा समय तक नहीं टिक सकता।