-
Advertisement
![anganbadi-workers](https://himachalabhiabhi.com/wp-content/uploads/2022/09/anganbadi-workers.jpg)
हमें मंजूर नहीं आईसीडीएस का निजीकरण, किया तो आंदोलन: ऊषा रानी
कांगड़ा। पालमपुर (Palampur) में आंगनबाड़ी वर्कर्ज एवं हेल्पर्स यूनियन का दो दिवसीय सम्मेलन शुरू हुआ। इसका उद्घाटन यूनियन की राष्ट्रीय अध्यक्ष ऊषा रानी ने किया। इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष ऊषा रानी (National President Usha Rani) ने कहा कि आईसीडीएस के निजीकरण की साजिश चल रही है जिससे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बड़े दुख की बात है कि आईसीडीएस के बजट में हर साल कटौती (ICDS budget cut every year) की जा रही है। उन्होंने कहा आंगनबाड़ी कर्मियों से नंद घर बनाने की आड़ में आईसीडीएस को वेदांता कंपनी के हवाले कर निजीकरण की साजिश की जा रही है जो बिलकुल सही हैं। वहीं उन्होंने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर, पोषण ट्रैकर ऐप व बजट कटौती के मुद्दों पर भी रखा। उन्होंने कहा कि हमें चुप नहीं रहना है और हमें इसके लिए आंदोलन के लिए तैयार रहना है। उन्होंने सरकार को चेताया कि निजीकरण बंद ना हुआ और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नियमित नहीं किया गया, तो हमारा आंदोलन तेज होगा। वहीं उन्होंने मांग की कि नई शिक्षा नीति को भी तुरंत वापस लिया जाए। नई शिक्षा नीति में निजीकरण का एजेंडा छिपा हुआ है। आईसीडीएस को वेदांता कंपनी के हवाले करने के लिए नंद घर की आड़ में निजीकरण को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा क्योंकि इस से भविष्य में कर्मियों को रोज़गार से हाथ धोना पड़ेगा।
यह भी पढ़ें: पहले किया मर्डर, फिर बेटी को फोन कर कहा- तुम्हारे पापा को मार कर जंगल में फेंक दिया
वहीं उन्होंने मांग की कि प्री प्राइमरी में आंगनबाड़ी कर्मियों को हिमाचल प्रदेश में तीस की बजाय सौ प्रतिशत नियुक्तियां दी जाएं। इनमें 45 प्रतिशत वर्ष की शर्त को समाप्त किया जाए। प्री प्राइमरी कक्षाओं व नई शिक्षा नीति के तहत छोटे बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा केवल आंगनबाड़ी कर्मियों को दिया जाए क्योंकि वे पहले से ही काफी प्रशिक्षित कर्मी हैं। मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत कर्मियों को पूर्ण कर्मी का दर्जा दिया जाए व उन्हें आंगनबाड़ी कर्मियों के बराबर वेतन दिया जाए। उन्होंने आंगनबाड़ी कर्मियों को वर्ष 2013 व 2014 में हुए 45वें व 46वें भारतीय श्रम सम्मेलन की सिफारिश अनुसार नियमित कर्मी का दर्जा देने की मांग की। उन्होंने आंगनबाड़ी कर्मियों को माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार ग्रेच्युटी देने, तीन हजार रुपए पेंशन, मेडिकल व छुट्टियों आदि सुविधा देने की मांग की। इस मौके पर सीटू राष्ट्रीय सचिव डॉ कश्मीर ठाकुर, सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा, महासचिव प्रेम गौतम, जगत रामए रविन्द्र कुमार, अशोक कटोच, केवल कुमार, डॉ एमएस दत्तल, सतपाल, यूनियन प्रदेशाध्यक्षा नीलम जसवाल, महासचिव वीना शर्मा, सुदेश ठाकुर सहित प्रदेशभर से दो सौ से ज्यादा आंगनबाड़ी प्रतिनिधियों ने भाग लिया।