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सोलन: कांग्रेस की बागी ऊषा शर्मा बनीं मेयर, डिप्टी मेयर पद बीजेपी को गया
सोलन (नरेंद्र कुमार)। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस (Himachal Pradesh Congress) के भीतरखाने में कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। इस बात की कलई गुरुवार को सोलन नगर निगम में मेयर और डिप्टी मेयर (Mayor And Deputy Mayor Election In Solan MC) के चुनाव में खुलकर सामने आ गई। सोलन नगर निगम में बहुमत होने के बाद भी कांग्रेस पार्टी को डिप्टी मेयर का पद गंवाना पड़ा। वहीं मेयर पद पर ऊषा शर्मा जीत गईं, जबकि कांग्रेस के आधिकारिक प्रत्याशी (Official Candidate) सरदार सिंह ठाकुर थे।
मेयर पद के लिए ऊषा शर्मा को जहां 11 वोट मिले, वहीं सरदार सिंह ठाकुर को 6 ही वोट मिल पाए। डिप्टी मेयर के लिए कांग्रेस की ओर से संगीता और बीजेपी की ओर से मीरा आनंद ने नामांकन भरा, जिसमे संगीता को 5 वोट मिले और मीरा आनंद को 12 वोट मिले। यहां तक कि स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल (Dhaniram Shandil) का वोट भी काम नहीं आया।
सरदार सिंह थे कांग्रेस के उम्मीदवार
कांग्रेस की ओर से सरदार सिंह ठाकुर का नाम मेयर के लिए गया था। लेकिन बन्द कमरे में चली वोटिंग के दौरान कांग्रेस से नाराज चल रही पार्षद उषा शर्मा ने भी मेयर पद का नामांकन (Nomination Filed) भर दिया। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के पार्षद सरदार सिंह ने मेयर पद का नामांकन भरा।
शांडिल की मंडली पर लगे आरोप
मेयर बनने के बाद उषा शर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल के साथ एक ऐसी मंडली चलती है, जो उन्हें कुछ भी देखने-सुनने नहीं देती। उन्हें मजबूरी में मेयर पद का नामांकन भरना पड़ा। शांडिल के साथ चलने वाली मंडली उन्हें गुमराह करती है। उन्होंने कहा कि वह मिल जुलकर इस नगर निगम में विकास कार्य को तेज करेंगी।
मिलजुलकर विकास करेंगे: मीरा आनंद
डिप्टी मेयर बनने के बाद मीरा आनंद ने कहा कि वह पिछले 30 सालों से राजनीति में हैं। डिप्टी मेयर के रूप में उन्होंने जीत हासिल की है। उन्हें इसमें 11 वोट मिले हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी (BJP) और कांग्रेस दोनों ही मिलकर नगर निगम को चलाएंगे।