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मस्जिद निर्माण के लिए पूर्व सीएम जयराम ने दिए थे 12 लाख- मंत्री अनिरुद्ध का बड़ा आरोप
Mosque Dispute: शिमला के संजौली में मस्जिद विवाद ( Sanjauli Mosque Disputeमें बड़ा खुलासा पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह (Panchayati Raj Minister Anirudh Singh) ने किया है। उन्होंने दावा किया है कि यह मस्जिद कोरोना काल मे बनाई गई। उस समय बीजेपी की सरकार की थी और नगर निगम में भी बीजेपी के मेयर थे। अनिरुद्ध सिंह ने आरोप लगाया कि इस मस्जिद के निर्माण के लिए पूर्व सीएम जयराम ठाकुर (Former CM Jai Ram Thakur)ने 12 लाख दिए इसके अलावा दो लाख प्लानिंग हेड से अतिरिक्त दिए गए है। मीडिया से बातचीत को दौरान मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने मस्जिद के अवैध निर्माण (Illegal construction) के लिए सरकारी पैसे को लेकर जांच करने की बात कही। उन्होंने कहा कि संजौली में बीते दिन जो प्रदर्शन हुआ है उसमें बीजेपी नेता शामिल थे और कुछ शरारती तत्वों द्वारा पुलिस पर पथराव किया, जिसमें 6 पुलिस जवान घायल(6 police personnel injured) हुए है और पुलिस को हल्का बल का प्रयोग करना पड़ा। यह किसी धर्म से संबंधित मामला नहीं था बल्कि अवैध निर्माण से संबंधित मामला था और इसको लेकर कानून के तहत ही कार्रवाई अमल में लाई जा रही है लेकिन कुछ लोगों ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए संजौली में धरना प्रदर्शन किया जा रहा है और माहौल खराब करने का प्रयास किया जा रहा है।
मुस्लिम पक्ष का प्रयास सराहनीय
अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि प्रदेश भर में डर का माहौल बनाया जा रहा है लेकिन इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज मुस्लिम समुदाय ने पूरे देश मे एक मिसाल पेश की है और नगर निगम के आयुक्त को उन्होंने पत्र लिखकर अवैध निर्माण (Illegal construction) को सील करने का आग्रह किया है यही नहीं मुस्लिम पक्ष ने जो अवैध निर्माण है उसे खुद तोड़ने की भी बात कही है। जो की एक सरहानीय कदम है।
संजौली में अवैध निर्माण को लेकर सरकार गंभीर
वही लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) ने कहा कि संजौली में अवैध निर्माण को लेकर सरकार गंभीर है और बीते दिन संजौली में धरना प्रदर्शन किया उसको लेकर सरकार ने गंभीरता से लिया और माहौल ठीक रखने का प्रयास किया। प्रदेश की अंतरिम सुरक्षा बनी रही, इसको लेकर सरकार गंभीर है वहीं संजौली मस्जिद को लेकर मुस्लिम पक्ष द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाए गए और कमेटी ने नगर निगम के पास पहुंचकर अवैध निर्माण को सील करने का आग्रह किया और जो अवैध निर्माण है उसे स्वयं तोड़ने का प्रस्ताव रखा है। कमेटी के इस फैसले का हम सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि शिमला में तहबाजारियों को लेकर कमेटी का गठन किया जा रहा है।