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अब बाढ़, भूकंप और लैंडस्लाइड से पहले आपको आएगा अलर्ट मैसेज, टेस्टिंग जारी
नई दिल्ली। क्या आपके मोबाइल पर तेज अलार्म के साथ बीप जैसा कुछ सुनाई पड़ा है? अगर हां तो घबराइए मत, क्योंकि यह केंद्र सरकार का भेजा हुआ एक ट्रायल इमर्जेंसी अलर्ट (Trial Emergency Alert) है। असल में यह इमर्जेंसी अलर्ट आपकी जान की हिफाजत करने के लिए बनाया गया है, जिसका आजकल ट्रायल चल रहा है। यह अलर्ट बाढ़, भूकंप, सूनामी या लैंडस्लाइड (Flood, Tsunami, Earthquake, Landslide) जैसे खतरों से आपको न केवल आगाह करेगा, बल्कि जरूरत पड़ने पर संपर्क और मदद करने का काम भी करेगा।
केंद्र सरकार ने कई सारे एंड्रॉइड स्मार्टफोन यूजर्स (Android Smart Phone Users) के पास इमर्जेंसी अलर्ट भेजा है। यह अलर्ट तेज फ्लैश और बीप की साउंड के साथ आता है। भारत में मोबाइल यूजर्स को 20 जुलाई को भी इसी तरह का एक टेस्ट अलर्ट मैसेज मिला था। मोबाइल यूजर्स फ्लैश और तेज अलार्म जैसी बीप तब तक आती रहती है, जब तक यूजर ओके बटन नहीं दबाता है। जब आप ओके प्रेस कर देते हैं, तो इसका मतलब है कि आपने अलर्ट मैसेज को देख और पढ़ लिया है। इसका आने वाले दिनों में काफी फायदा देखने को मिलेगा। आपात हालात में सरकार को जनता तक किसी भी मैसेज को पहुंचाने में मदद मिलेगी।
तटीय और पहाड़ी राज्यों में सबसे ज्यादा फायदा
इस इमर्जेंसी अलर्ट का सबसे ज्यादा फायदा तटीय और पहाड़ी राज्यों (Coastal and Hill States) में होगा, जहां प्राकृतिक आपदा (Natural Calamity) आती रहती है। जब बाढ़, आंधी, सुनामी भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा का अंदेशा होगा, उस वक्त टेलिकॉम कंपनियों (Telecom Companies) के जरिए दूरसंचार विभाग की ओर से अलर्ट मैसेज भेजा जाएगा। इससे यूजर्स सुरक्षित जगह पर पहुंच जाएंगे। इस तरह के टेक्स्ट मैसेज को पूरे भारत में भेजा जाएगा। इस कामकाज को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण देखेगा।
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कई देशों में पहले से मौजूद है फीचर
मोबाइल कंपनियों की ओर से कई देशों में इमर्जेंसी अलर्ट फीचर काफी पहले से दिया जाता है। लेकिन भारत में इस फीचर को नहीं दिया जाता था। लेकिन सरकार ने मोबाइल कंपनियों के लिए इस फीचर को देना अनिवार्य कर दिया है।