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पिघलते हुए फ्रांसीसी Glacier से मिले 1966 में छपे भारतीय अखबार, जानें कैसे पहुंच गए वहां
नई दिल्ली। फ्रांसीसी आल्प्स पहाड़ों में पिघल रहे मो ब्लां ग्लेशियर की बर्फ से 1966 के भारतीय अखबारों की प्रतियां मिली हैं। पश्चिमी यूरोप के मॉन्ट ब्लैंक माउंटेन रेंज के बोसोन्स ग्लेशियर से इन्हें बरामद किया गया है। यहां पर 54 साल पहले एयर इंडिया का एक प्लेन क्रैश हो गया था। इस हादसे में 177 यात्रियों व क्रू सदस्यों की मौत हुई थी। इस अखबार के टुकड़ों में इंदिरा गांधी के भारत की पहली महिला पीएम बनने की खबर छपी हुई है। अखबार में 1966 में इंदिरा गांधी की चुनावी जीत का प्रमुखता से जिक्र है। दिलचस्प बात ये है कि जितने अखबारों के टुकड़े मिले हैं वो सभी अलग-अलग अख़बार हैं, सभी की सुर्खियां एक जैसी ही है।
पाने वाले मॉटिन ने बताया- वह अखबारों को सुखा रहे
अखबारों में इंदिरा गांधी की चुनावी जीत का जिक्र है। हेडिंग लगी है- ‘इंडियाज फर्स्ट वुमन प्राइम मिनिस्टर’। इन अखबारों को ग्लेशियर के पास ही कैफे चलाने वाले टिमोथी मॉटिन ने खोजा है। 33 साल के मॉटिन ने बताया कि वह अखबारों को सुखा रहे हैं। मॉटिन ने बताया कि जब भी वे दोस्तों के साथ ग्लेशियर पर जाते हैं उन्हें दुर्घटना के कुछ न कुछ अवशेष मिलते रहते हैं। स्थानीय फ्रांसीसी अखबार ‘ली डाउपिन लिबेरे’ को टिमोथी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक ‘वे अभी सूख रहे हैं लेकिन बहुत अच्छी स्थिति में हैं। आप उन्हें पढ़ सकते हैं।’ बता दें कि एअर इंडिया बोइंग 707 विमान हवाई यातायात नियंत्रण से संबंधित किसी संवादहीनता की वजह से पहाड़ों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें उस पर सवार चालक दल के सदस्यों समेत सभी 177 लोग मारे गए थे। मॉटिन का कैफै बोसन ग्लेशियर से करीब 45 मिनट की पैदल दूरी पर है।
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पहले भी इस जगह से मिल चुकी हैं ढेरों चीजें
मॉटिन को मिले अखबारों में ‘नेशनल हेराल्ड’ और ‘इकोनॉमिक टाइम्स’ भी शामिल हैं। 2012 के बाद से ग्लेशियर पिघलने पर प्लेन क्रैश से जुड़े कई अवशेष मिले हैं। 2012 में यहां डिप्लोमैटिक मेल का एक बैग मिला था, इस पर इंडियन गर्वनमेंट के विदेश मंत्रालय का स्टैम्प लगा था। एक साल बाद एक फ्रेंच क्लाइंबर को एक मेटल बॉक्स मिला था, इसमें एयर इंडिया का लोगो था। बॉक्स में पन्ना, नीलम और मणिक मिले थे। 2017 में इस क्षेत्र में मानव अवशेष भी पाए गए थे। माना जाता है कि यह भी 1966 के प्लेन क्रैश के होंगे।