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महमूद हसन ने #RamMandir के लिए दिया दान, बोले- ज्यादा पैसे होते तो और देता
मसूरी। राम मंदिर (Ram Mandir) को लेकर भले ही कितने विवाद (Controversy) क्यों ना हुए हैं, लेकिन बहुत से लोग हैं जो भाईचारे की मिसाल बनकर सामने आते हैं। ऐसी ही एक कहानी है भट्टा क्यारकुली गांव (Bhatta Kyarkuli Village) के रहने वाले महमूद हसन की। महमूद हसन (Mehmood Hasan) ने राम मंदिर के लिए 1100 रुपये दान (Donation) स्वरूप दिए हैं। अब आप कहेंगे कि 1100 रुपये कौन सी बड़ी रकम होती है तो आपको बता दें कि महमूद हसन की माली हाल अच्छी नहीं है। इसके बावजूद उन्होंने राम मंदिर के लिए दान किया, क्योंकि वो हिंदू-मुस्लिम एकता के पक्षधर हैं।
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महमूद हसन कहते हैं कि अगर उनके पास 11 हजार रुपये होते तो भी वह दान कर देते। महमूद हसन का कहना है कि वह हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रबल पक्षधर हैं। मसूरी के एक होटल में काम करने वाले महमूद हसन कहा कि वह 1972 में मसूरी आए थे। इस दौरान क्यारकुली गांव के डालू भाई, रतन और प्रेम सिंह ने उनकी मदद की थी।
उस समय उनके पास सिर्फ 20 रुपये थे। महमूद बताते हैं कि जब भी कोई परेशानी हुई तो हिंदू भाइयों ने ही उनकी मदद की। लॉकडाउन के दौरान भी गांव के राकेश रावत सहित कई लोगों ने सहयोग किया। इसके अलावा महमूद हसन एक और दावा करते हैं। महमूद का दावा है कि 2009 में जब नरेंद्र मोदी मसूरी आए थे तो उन्होंने उनकी मसाज की थी। आपको बता दें कि उस समय नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम थे। महमूद कहते हैं कि मंदिर निर्माण के लिए दान देने से मुझे बड़ी खुशी हुई है।