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Chhattisgarh में नक्सलियों ने किया #IED विस्फोट : #CRPF के असिस्टेंट कमांडेंट शहीद, 10 जवान घायल
सुकमा। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में बारूदी सुरंग में बड़ा आइईडी विस्फोट (IED blast) हुआ, जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का असिस्टेंट कमांडेंट शहीद हो गया है, साथ ही दस अन्य जवान घायल हो गए हैं। बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि रविवार सुबह मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि सुकमा जिले के चिंतलनार थाना क्षेत्र के अंतर्गत ताड़मेटला गांव के करीब जंगल में नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया। इस घटना में सीआरपीएफ (CRPF) की 206 कोबरा बटालियन के सहायक कमांडेंट नितिन पी भालेराव शहीद हो गए तथा दस अन्य जवान घायल हो गए।’
#CRPF Nitin P Balerao, Asst Comdt succumbed to injuries and made supreme sacrifice at Ramakrishna Hospital, Raipur.
—-Update on 206 CoBRA IED Blast/ Sukma, CG.
Total 10 personnel got injured in the blast out of which 8 injured personnel were heli lifted to Raipur. pic.twitter.com/M5utF3nbSN— Jitender Bhardwaj (@journo_jitendra) November 29, 2020
इससे पहले शनिवार देर रात पुलिस अधिकारियों (Police officers) ने इस घटना में पांच जवानों के घायल होने की जानकारी दी थी। सुंदरराज ने बताया, ‘चिंतलनार क्षेत्र में सीआरपीएफ के जवानों को गश्त के लिए रवाना किया गया था। सुरक्षा बल के जवान शनिवार देर शाम करीब 8.30 बजे ताड़मेटला गांव के जंगल में थे तब नक्सलियों (Maoists ) ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया। इस घटना में सहायक कमांडेंट भालेराव समेत दस लोग घायल हो गए थे।’ उन्होंने बताया कि घटना के दौरान गोलीबारी होने की जानकारी नहीं मिली है। पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद घायल जवानों को हेलिकाप्टर के माध्यम से जंगल से बाहर निकाला गया तथा उन्हें इलाज के लिए रायपुर भेजा गया।
CRPF officer martyred, 9 others were injured after an IED blast in Sukma triggered by Maoists, The attack took place at around 8.30pm at Chintalnar, injured were evacuated by a helicopter. All officials belonged to the 206th CoBRA pic.twitter.com/kBgVer56iF
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) November 29, 2020
जानकारी के अनुसार सर्चिग से वापसी के दौरान हुए विस्फोट के अलावा स्पाइक होल में फंसने के कारण भी जवानों को जख्म आए हैं। करीब माहभर में फोर्स ने बड़ी संख्या में जंगल के बीच नक्सलियों के दबाए गए स्पाइक होल बरामद किए हैं। स्पाइक होल में लकड़ी के पाटे में लोहे की बड़ी-बड़ी नुकीली कीलें लगी होती हैं। इसको गड्ढे में रखकर ऊपर से घास से ढक दिया जाता है।