- Advertisement -
चंडीगढ़/कांगड़ा। उत्तर रेलवे ने पुराने 12 रेल इंजनों (engine) को बदलने का फैसला किया है। इसके तहत पठानकोट-जोगिंद्रनगर सेक्शन (Pathankot-Jogindernagar section) को दो महीने में दूसरा नया इंजन मिल गया है। ये इंजन नई टेक्नोलॉजी से लैस हैं। बताया जा रहा है कि इनकी उम्र 35 साल होगी। नए इंजन मिलने से अब पठानकोट से पालमपुर के लिए जाने पर इंजन का दम नहीं फूलेगा और इसमें सफर कर रहे यात्रियों का सफर भी पहले से ज्यादा सुहाना होगा।
जानकारी के अनुसार, परेल (Mumbai) लोको वर्कशॉप से नया इंजन पठानकोट की लोको शेड पहुंच गया है। हालांकि, इंजन को हिमाचल लाने के पहले इंजीनियर चेक करेंगे, उसके बाद इसे ट्रैक पर भेजा जाएगा। बताया जा रहा है कि आने वाले डेढ़ साल में पठानकोट लोको को 12 और नए इंजन दिए जाएंगे। पठानकोट- जोगिंद्रनगर ट्रैक के लिए काफी लंबे समय से रेल इंजन की मांग की जा रही थी। लेकिन, फंड की कमी होने के चलते ऐसा नहीं हो पा रहा था। मौजूदा समय में पठानकोट-जोगिंद्रनगर के बीच नैरोगेज रेल ट्रैक पर जो 17 इंजन इस्तेमाल में लाए जाते हैं, उसमें से कई अपनी उम्र पूरी कर चुके हैं।
- Advertisement -