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पीड़ित परिवार से मिलने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती: #Hathras जाने की जिद पर अड़े राहुल
नई दिल्ली। हाथरस कांड (Hathras Case) में पीड़ित लड़की की मौत के बाद से इस मसले पर राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। हाथरस जाने की कोशिश में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और उनकी बहन कांग्रेस महासचिव को 2 दिन पहले उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार तक कर लिया था। हालांकि उन्हें कुछ घंटों बाद छोड़ दिया गया था, जिसके बाद वे दिल्ली लौट आए थे। इस वाकये के दो दिन बाद अब राहुल गांधी ने एक बार फिर इस बात का ऐलान किया है कि वे पीड़िता के परिवार से मिलने हाथरस जरूर जाएंगे। बतौर रिपोर्ट्स, राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी सांसदों एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार दोपहर हाथरस में कथित सामूहिक दुष्कर्म मामले की पीड़िता के परिवार से मिलने जाएगा।
हाउस अरेस्ट किए गए यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष
दुनिया की कोई भी ताक़त मुझे हाथरस के इस दुखी परिवार से मिलकर उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 3, 2020
इस बारे में ट्वीट करते हुए राहुल गांधी ने लिखा कि दुनिया की कोई भी ताक़त मुझे हाथरस के इस दुखी परिवार से मिलकर उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती। वहीं, सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल परिवार से मुलाकात कर उनकी चिंताएं सुनेगा और पीड़िता एवं परिवार के लिए न्याय की मांग करेगा। राहुल के हाथरस जाने के ऐलान के बाद नोएडा बॉर्डर पर फोर्स तैनात कर दी गई है। हाथरस मामले के पीड़ित के परिवार से मिलने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अन्य पार्टी नेताओं के आज दोपहर फिर से हाथरस जाने की कोशिश के मद्देनजर डीएनडी पर सुरक्षा बढ़ाई गई। वहीं, राहुल गांधी के हाथरस दौरे से पहले यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है। अजय लल्लू ने कहा, ‘मैं हाउस अरेस्ट में रखा गया हूं। राज्य सरकार क्या छिपाने की कोशिश कर रही है? ये किसको बचाने की कोशिश कर रहे हैं? आज उत्तर प्रदेश में महिलाएं असुरक्षित हैं। प्रदेश में अराजकता है।’
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बता दें कि 14 सितम्बर को हाथरस में चार युवकों ने 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया था और मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उसकी मौत हो गई जिसके बाद बुधवार की रात को उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें रात में अंतिम संस्कार करने के लिए बाध्य किया। बहरहाल, स्थानीय पुलिस का कहना है कि परिवार की इच्छा के मुताबिक अंतिम संस्कार किया गया।