- Advertisement -
मंडी/शिमला। हिमाचल प्रदेश में आज दूसरे चरण के पंचायत चुनाव चल रहे हैं। पहले चरण के चुनाव होने के बाद उनके रिजल्ट (Result) भी घोषित हो चुके हैं। कई पंचायतों में लोगों ने इस बार युवा चेहरों पर भरोसा जताया है। हालांकि इससे पहले भी मंडी (Mandi) जिला के सराज क्षेत्र के तहत आने वाली ग्राम पंचायत थरजून में युवा चेहरा जबना चौहान के रूप में चुनकर सामने आया था। जबना चौहान (Jabna Chauhan) को उस वक्त देश की सबसे युवा सरपंच होने का खिताब मिला था और यह खिताब मौजूदा समय में भी बरकरार है। जब जबना चौहान बतौर पंचायत प्रधान (Panchayat pradhan) चुनी गई थी उस समय उसकी उम्र 21 साल 2 महीने थी। अब सराज क्षेत्र में ही एक अन्य महिला प्रत्याशी ने दूसरे पायदान पर अपना नाम दर्ज करवा लिया है। सराज क्षेत्र के तहत आने वाली कल्हणी पंचायत से खीरामणी 21 साल 10 महीने की उम्र में बतौर सरपंच चुनकर आई हैं। जनवरी 2016 में जब जबना पंचायत प्रधान चुनकर आई थी तो उस वक्त जबना की आयु 21 वर्ष 2 महीने थी। उस हिसाब से जबना चौहान के नाम अभी तक देश की सबसे युवा सरपंच होने का रिकार्ड कायम है।
बता दें कि खीरामणी मूलतः सराज क्षेत्र के तहत आने वाली दुर्गम पंचायत कल्हणी के थाच गांव की रहने वाली हैं। दो वर्ष पूर्व खीरामणी की शादी इसी पंचायत के मुकेश कुमार के साथ हुई थी। खीरामणी ने बताया कि उन्हें इस बात का गर्व है कि पंचायत के लोगों ने एक युवा उम्मीदवार पर अपना भरोसा जताया है। उन्होंने पंचायत के सर्वांगिण विकास की बात दोहराई है। बता दें कि कल्हणी पंचायत इस बार महिलाओं के लिए आरक्षित हुई थी। खीरामणी ने भी बतौर उम्मीदवार अपना नामांकन भरा था। उनके साथ दो अन्य महिलाएं मैदान में थी। खीरामणी को जयवंती ठाकुर ने कड़ी टक्कर दी। जयवंती को 553 वोट मिले जबकि खीरामणी को 578। इस तरह से खीरामणी ने 25 वोटों से जीत दर्ज की है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश के पंचायतीराज चुनाव के पहले चरण में शिमला जिले के ठियोग विकास खंड के एक ही परिवार के तीन सगे भाई.बहन प्रधान और उपप्रधान चुने गए हैं। ठियोग की धमांदरी पंचायत में शशिकला शर्मा प्रधान पद पर निर्वाचित हुई हैं जबकि इनके भाई चमनलाल मनसागर उपप्रधान चुने गए हैं। इसी तरह से इनकी सगी बहन सत्यादेवी शर्मा ठियोग की ही बलगाहर पंचायत में निर्विरोध प्रधान चुनी गई हैं। ठियोग विकास खंड में यह पहली बार है जब एक ही परिवार के तीन सगे भाई बहन पंचायतीराज चुनावों में प्रधान और उपप्रधान चुने गए हैं।
- Advertisement -